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    UP News: काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का रेला, एक महीने में 1.08 करोड़ से अधिक लोगों ने किए दर्शन

    जनवरी में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। एक महीने में 1.08 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। यह अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है। मंदिर प्रशासन भक्तों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है जब महाशिवरात्रि के अतिरिक्त इन दिनों में ही मंदिर आधी रात के बाद तक खुला रहा।

    By Shailesh Asthana Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 02 Feb 2025 04:53 PM (IST)
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    श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए लाइन में खड़े श्रद्धालु। जागरण

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। पौष व माघ जैसे हिंदू धर्म के पावन महीनों से युक्त आंग्ल वर्ष का प्रथम माह जनवरी ने सनातन धर्मावलंबियों की आस्था को पराकाष्ठा दी। आंग्ल वर्षारंभ, पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, महाकुंभ, मौनी अमावस्या आदि पर्वों ने काशी पहुंचने वाले भक्तों की संख्या में आशातीत वृद्धि की।

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    श्रीकाशी विश्वनाथ धाम (Baba Kashi Vishwanath) में ही बाबा के दर्शन करने पहुंचे एक करोड़ आठ लाख (1.08 करोड़) श्रद्धालुओं ने सारे रिकाॅर्ड तोड़ दिए। अब तक एक माह में धाम में पहुंचने वाले सर्वाधिक दर्शनार्थियों की संख्या बीते वर्ष 2024 के मार्च माह के नाम थी। तब 95,63,432 श्रद्धालु बाबा धाम में पहुंचे थे। फरवरी माह का आरंभ भी श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या से हुआ।

    पहले ही दिन मंदिर बंद होने तक दर्शन करने वाले भक्ताें की संख्या सात लाख के आसपास पहुंचने का अनुमान लगाया गया। भक्तों की प्रबल आस्था को देखते हुए मंदिर प्रशासन पूरा सहयोग कर रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है जब महाशिवरात्रि के अतिरिक्त इन दिनों में ही मंदिर आधी रात के बाद तक खुला रहा।

    श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए लाइन में खड़े श्रद्धालु। जागरण


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    प्रशासन द्वारा किए जा रहे भीड़ प्रबंधन के उपायों का शनिवार को शहर में बेहतर परिणाम दिख रहा था। बाहर से आने वाले वाहनों समेत मंदिर जाने वाले मार्गों पर टेंपो, ई-रिक्शा व चार पहिया को प्रतिबंधित कर देने से सड़कों पर अपेक्षाकृत कम भीड़भाड़ रही।

    शहर की सीमा पर उतर कर 10-15 किमी पैदल ही चलकर आ रहे भक्तों के समूहों को पुलिस द्वारा गलियों व घाटों की ओर मोड़ देने से भक्तों की संख्या मुख्य सड़कों पर कम दिखी। फिर भी गलियों व गंगा घाटों के रास्ते रात के एक बजे तक खुले मंदिर में लगभग सात लाख दर्शनार्थियों ने बाबा दरबार में पूजन-अर्चन किया।

    गोदौलिया मार्ग पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में बाबा का दर्शन के लिए जाते श्रद्धालु। जागरण


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    इस दौरान गोदौलिया से दशाश्वमेध, गोदोलिया से सोनारपुरा, रामापुरा, मैदागिन से बाबा दरबार तक भक्ताें की अटूट दोहरी कतार 24 घंटे बनी रही।

    श्रद्धालुओं संग यात्रियों की सुविधा का भी रखें ख्याल : पीसीसीएम

    नार्दन रेल के पीसीसीएम पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद नर्सिंग दास शनिवार देर रात वंदे भारत एक्सप्रेस से निरीक्षण करने बनारस आ गए। उन्होंने एडीआरएम लालजी चौधरी और स्टेशन निदेशक अर्पित गुप्ता के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सभी प्लेटफार्म पर घूमे। श्रद्धालुओं और यात्रियों से रूबरू होकर उनसे बातचीत की। होल्डिंग एरिया में पहुंच व्यवस्थाएं देखी।

    स्टेशन डायरेक्टर ने आग से बचाव के लिए किए गए उपायों के बारे में जानकारी दी। पीसीसीएम के साथ लखनऊ रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप त्रिपाठी भी पहुंचे थे। उन्होंने भी मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। सीआइटी रोस्टर जनार्दन सिंह, सीआइटी वेलफेयर एसके पांडेय आदि मौजूद रहे।