'द ऑरेंज कैफे एवं रेस्टोरेंट' बनारस का पहला ऐसा कैफे जहां एसिड अटैक पीडि़ताएं करेंगी काम
एसिड अटैक पीडि़त महिलाओं के स्वावलंबन और सशक्तीकरण के लिए द ऑरेंज कैफे एवं रेस्टोरेंट का उद्घाटन शुक्रवार को महापौर मृदुला जायसवाल ने किया।
वाराणसी, जेएनएन। एसिड अटैक पीडि़त महिलाओं के स्वावलंबन और सशक्तीकरण के लिए 'द ऑरेंज कैफे एवं रेस्टोरेंट' का उद्घाटन शुक्रवार को महापौर मृदुला जायसवाल ने किया। मानस मंदिर के पास स्थित इस रेस्टोरेंट में तेजाब पीडि़त महिलाएं काम करेंगी। इस मौके पर महापौर ने कहा तेजाब पीडि़त बहनों केसंयुक्त प्रयास ने काशी की धरती से दुनिया को एक फिर बड़ा संदेश दिया है कि महिलाओं का हौसला कोई तोड़ नहीं सकता। जिन लोगों ने इन लड़कियों के ऊपर तेजाब छिड़ककर उनकी जिंदगी समाप्त करने की कोशिश की उन लड़कियों ने आज अपने दर्द को भूलते हुए समाज में एक नई इबारत गढऩे की तरफ एक कदम बढ़ा लिया है। इस मौके पर संतोष थॉमस, एक्शन एड से खालिद चौधरी, दीपाली शर्मा, मनीषा भाटिया, मोहम्मद फराज समेत एसिड सर्वाइवर्स शन्नो देवी, बदामा देवी, संगीता, विमला, सोमवती उपस्थित थीं।
मिल गई नई दिशा
इस रेस्टोरेंट में पांच तेजाब पीडि़त महिलाएं काम करेंगी। इनमें से एक रायबरेली की विमला पासी ने बताया अब लगता है कि नई जिंदगी मिल गई। पहले भी लखनऊ में एक रेस्टोरेंट में काम करती है। दो बार एसिड अटैक हुआ तो जीवन मे अंधेरा छा गया। जब आज काम शुरू किया तो नई च्योति दिखाई दी।
निश्शुल्क हुआ है इंटीरियर
रेड ब्रिगेड संस्था के संस्थापक अजय पटेल बताया एक्शन एड संस्था ने चार महीने तक रेस्टोरेंट का खर्च व किराया देने का वादा किया है। चार महीने बाद हमें खुद के खर्च पर इसे चलाना होगा। रेस्टोरेंट में भारतीय, बनारसी, चाइनीज व्यंजन मिलेगा। पांच तेजाब पीडि़त लड़कियां यहां का काम देखेंगी। इस रेस्टोरेंट का बीएचयू के विजुअल आर्ट फैकल्टी के डा. मनीष अरोड़ा के नेतृत्व में पीयूष कुमार गुप्ता व राहुल कुमार ने निश्शुल्क इंटीरियर किया है।