वाराणसी में मुसहर बस्ती में वितरित किए हरी सब्जियों के बीज, पंचायत भवन में रोपे पौधे
मुसहर परिवार ने पौधों के महत्व को समझते हुए उनकी देखभाल की जिम्मेदारी अपने बच्चों की तरह करने का संकल्प लिया। हर परिवार में इन पौधों के रोपण के लिए खासा उत्साह दिखाई दिया। वृक्षारोपण के लिए उन्होंने पहले से स्थान चयन करके गड्ढे तैयार करके रखा था।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। स्वीडिश डोनर्स इंटरनेशनल रिसर्च काउंसिल फॉर टॉर्चर विक्टिम के सहयोग से जनमित्र न्यास/मानवाधिकार जननिगरानी समिति, चाइल्ड राइट्स एंड यू व सावित्रीबाई फुले महिला पंचायत के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को अनेई गांव के पंचायत भवन में नीम, पीपल, आम, अमरुद, नींबू, अनार सहित छह प्रकार के फलदार एवं आक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पौधे लगाए गए।
इसके तहत 350 पौधे बड़गांव, हरहुआ, पिंडरा एवं आराजीलाईन ब्लाक के मुसहर परिवारों में मौसमी हरी सब्जियों नेनुआ, सेम, कोहड़ा, कद्दू, करेला आदि के बीज दिए गए। कोरोनाकाल में परिवार की कमजोर अर्थव्यवस्था की चुनौतियों से जूझने वाले 26 लधु किसानों को गोभी, बोड़ा, टमाटर आदि के बीज उपलब्ध कराए गए।
मुसहर परिवार पौधों के महत्व को समझते हुए उनकी देखभाल की जिम्मेदारी अपने बच्चों की तरह करने का संकल्प लिया। हर परिवार में इन पौधों के रोपण के लिए खासा उत्साह दिखाई दिया। वृक्षारोपण के लिए उन्होंने पहले से स्थान चयन करके गड्ढे तैयार करके रखा था। महिलाओं ने बढ़ चढ़कर पौधों को लेकर तुरंत उनका रोपण किया। साथ ही उनको सुरक्षित रखने के लिए ब्रिक गार्ड भी बनाकर पौधे को सुरक्षित घेरा।
पिछले साल संस्था की ओर से 465 परिवारों के बीच किचन गार्डेन से लगभग आठ हजार क्विंटल मौसमी हरी सब्जियों का उत्पादन हुआ। इस मौके पर ग्राम प्रधान प्रवीण कुमार सिंह, श्रुति नागवंशी, शिरीन शबाना खान, अनूप श्रीवास्तव, छाया कुमारी, मंगला राजभर, संध्या राव, रूबी कुमारी आदि की उपस्थिति रही।