काशी में 'आई लव मोहम्मद' जुलूस से हंगामा, धर्माचार्य ने की गिरफ्तारी की मांग, जारी किया 'आइ लव महादेव' का पोस्टर
वाराणसी में सिगरा थाना क्षेत्र के लल्लापुरा में कुछ नाबालिगों द्वारा आई लव मोहम्मद के पोस्टर लेकर जुलूस निकालने का मामला सामने आया है। पुलिस ने 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। धर्माचार्य ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए गिरफ्तारी की मांग की है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। सिगरा थाना क्षेत्र के लल्लापुरा में एक दिन पूर्व से ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें कुछ नाबालिग हाथ में "आई लव मोहम्मद" का पोस्टर लेकर सड़क पर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है।
इस जुलूस पर आपत्ति जताते हुए काशी के धर्माचार्य ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। जगद्गुरु बालकदेवाचार्य ने कहा कि काशी भगवान शिव की नगरी है और यहां केवल महादेव का नाम गूंजता है। अपने मठ पर शिष्यों के साथ एक पोस्टर के साथ बैठे महंत ने कहा कि काशी को दंगों की आग में झुलसाने की साजिश की जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशी फंडिंग के आधार पर कुछ लोग काशी की सड़कों पर जुलूस निकाल रहे हैं, जबकि पुलिस प्रशासन ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। महंत ने यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन सरकार की छवि को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है और उन्होंने सवाल किया कि अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
महंत ने इस जुलूस यात्रा की कड़ी निंदा की और कहा कि अज्ञात के बजाय नामजद मुकदमा पंजीकृत होना चाहिए। उन्होंने मांग की कि इन लोगों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए। इसके विरोध में, वह अपने पातालपुरी मठ पर शिष्यों के साथ "आई लव महादेव" के पोस्टर के साथ नजर आए।
कहा कि इस घटना ने वाराणसी में धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया है। उन्होंने कहा कि काशी की पवित्रता को बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। पुलिस प्रशासन को इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखने के लिए सभी समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
कहा कि इस प्रकार की घटनाएं न केवल स्थानीय समुदाय में तनाव पैदा करती हैं, बल्कि समाज में विभाजन का कारण भी बनती हैं। इसलिए, सभी को मिलकर इस प्रकार की गतिविधियों का विरोध करना चाहिए और शांति एवं सद्भावना को बढ़ावा देना चाहिए। इस मामले में आगे की कार्रवाई और पुलिस की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। वहीं इंटरनेट मीडिया पर भी आइ लव महादेव के पोस्ट और पोस्टरों की दिन भर खूब चर्चा रही।
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