प्रधानमंत्री व भारत चुनाव आयोग पर राहुल की टिप्पणियों के खिलाफ काशी के अधिवक्ता ने लोकसभा अध्यक्ष से की शिकायत
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी और निर्वाचन आयोग के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के संबंध में भाजपा काशी क्षेत्र विधि प्रकोष्ठ के संयोजक शशांक शेखर त्रिपाठी ने लोकसभा अध्यक्ष और निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। उन्होंने राहुल गांधी पर वोट चोरी जैसे असंसदीय शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध और भारत की संवैधानिक संस्थाओं, विशेषकर ईसीआइ के खिलाफ की गई अपमानजनक और असंसदीय टिप्पणियों के संबंध में अधिवक्ता एवं भाजपा काशी क्षेत्र विधि प्रकोष्ठ के संयोजक शशांक शेखर त्रिपाठी ने लोकसभा अध्यक्ष और भारत निर्वाचन आयोग को ईमेल के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई है।
अधिवक्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि हाल ही में राहुल गांधी ने सार्वजनिक मंचों पर कई बार प्रधानमंत्री के लिए ‘वोट चोर’ जैसे असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया है। शशांक शेखर ने अपने शिकायती पत्र में राहुल गांधी द्वारा बार पर बोले गए अपशब्द का तिथिवार जिक्र करते हुए राहुल पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
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काशी की इन अधिवक्ता ने कहा है कि इन आरोपों से स्पष्ट है कि राहुल गांधी देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया और निर्वाचन आयोग जैसी स्वायत्त संस्थाओं की गरिमा को लगातार ठेस पहुंचा रहे हैं। प्रधानमंत्री जैसे गरिमापूर्ण पद और ईसीआइ जैसी संवैधानिक संस्था पर इस तरह के निराधार आरोप लगाना न केवल संसदीय मर्यादा का उल्लंघन है, बल्कि यह आम जनता के विश्वास को भी कमजोर करता है।
यह मेरा मानना है कि ऐसी टिप्पणियां स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बेहद हानिकारक हैं। इसलिए लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि राहुल गांधी द्वारा प्रयोग किए गए इन असंसदीय शब्दों को लोकसभा के रिकार्ड से हटाया जाए। कहा, एक अधिवक्ता और एक जागरूक नागरिक के रूप में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने का एक प्रयास है।
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राहुल पर कार्रवाई की ये मांगें
- इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाए।
- राहुल गांधी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का निर्देश दिया जाए।
- भविष्य में इस तरह की टिप्पणियों को रोकने के लिए उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
- इस तरह के निराधार आरोपों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करें, जो उनकी निष्पक्षता और अखंडता पर सवाल उठाते हैं।
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भारत के प्रधानमंत्री को राहुल ने कब-कब अपशब्द बाेला
- सात अगस्त 2025 को एक प्रेस कान्फ्रेंस में राहुल ने कर्नाटक में मतदाता सूची में विसंगतियों का आरोप लगाते हुए ‘वोट चोरी’ की बात कही।
- 22 अगस्त 2025 को बिहार में एक सभा में, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को सीधे तौर पर ‘वोट चोरी’ कहकर संबोधित किया और उन पर ईसीआइ के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप लगाया।
- 27 अगस्त 2025 को मुजफ्फरपुर में एक रैली में राहुल ने ‘वोट चोरी’ के व्यापक आरोपों को दोहराते हुए कहा कि वे इस बात के सबूत इकट्ठा कर रहे हैं कि चुनावों में चोरी, डिलीट और जोड़-तोड़ हुआ है।
- सात अगस्त 2025 को एक प्रेस कान्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक की महदेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में विसंगतियाँ पाई गई हैं, जहां उन्होंने ‘वोट चोरी’ (vote chori) की बात कही और कहा कि यह साजिश ईसीआइ व बीजेपी की मिलीभगत से हो रही है।
- 22 अगस्त 2025 को बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान, भद्गलपुर में सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि एसआइआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के माध्यम से, भाजपा और ईसीआइ मिलकर आपके वोट छीनने की कोशिश कर रहे हैं।
- 27 अगस्त 2025 को मुजफ्फरपुर में एक रैली में राहुल गांधी ने भारत में व्यापक ‘वोट चोरी’ की योजनाओं का आरोप लगाया, जहां उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बात का सबूत इकट्ठा किया है कि चुनावों में चोरी, डिलीट और जोड़-तोड़ हुई है। राहुल ने विशेष रूप से कहा, “मैं सबूत इकट्ठा कर रहा हूं और यह साबित करूंगा कि कई विधानसभा और लोकसभा चुनावों में ‘वोट चोरी’ हुई है।”
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