Varanasi: पीएम मोदी ने 2014 में दिया था संदेश, अब बदल रही काशी; सुधर रही स्वच्छता की रैंकिंग
Varanasi प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2014 में अपने संसदीय क्षेत्र काशी के असि घाट पर झाड़ू लगाकर पूरे देश में स्वच्छता का संदेश दिया। अब इसी संदेश का असर काशी में दिखाई देने लगा है। वाराणसी के बेहतर नगरीय प्रबंधन में काफी सुधार हुआ है। वहीं वाराणसी की स्वच्छता रैंकिंग लगातार सुधार हो रहा है। आज इसी के लिए नई दिल्ली में पुरस्कार भी मिलेंगे।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2014 में अपने संसदीय क्षेत्र काशी के असि घाट पर झाड़ू लगाकर पूरे देश में स्वच्छता का संदेश दिया। इसका असर पूरे देश में दिख रहा है। खास तौर पर पीएम की संसदीय क्षेत्र काशी में अब बदल रही है। इस क्रम में बेहतर नगरीय प्रबंधन में काफी सुधार हुआ है।
वहीं वाराणसी की स्वच्छता रैंकिंग लगातार सुधार हो रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण वर्ष 2016 मे शहर को जहं 65 रैंक मिली थी। वहीं वर्ष 2022 में 21वीं रैंक हासिल हुई। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में वाराणसी नगर निगम को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित हुआ है।
आज नई दिल्ली में आयोजित होगा समारोह
नई दिल्ली के भारत मंडपम् में 11 जनवरी को आयोजित होने वाले समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू निगम को राष्ट्रीय पुरस्कार देकर पुरस्कृत करेंगी। पुरस्कार लेने के लिए महापौर अशोक कुमार तिवारी, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह व अपर नगर आयुक्त दुष्यंत कुमार मौर्य इन दिनों दिल्ली में ही है। समारोह में ही वर्ष 2022-23 के रैंकिंग की घोषणा भी होने की संभावना है।
गार्बेज फ्री सिटी पर भी दिया जा रहा जोर
वहीं गार्बेज फ्री सिटी के तहत निगम ने पहली बार फाइव स्टार की रैकिंग के लिए आवेदन किया था। गार्बेज फ्री सिटी के तहत निगम को थ्री स्टार रैकिंग मिली है। स्वच्छता रैंकिंग की शुरुआत केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने वर्ष 2016 से की गई है। इसका उद्देश्य बेहतर नगरीय प्रबंधन के साथ शहरों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान, साफ-सफाई, कूड़ा निस्तारण के साथ ही स्वच्छता में नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। रैंकिंग स्वच्छ सर्वेक्षण के आधार पर तय होती है।
शहर में नहीं दिखेगा कूड़ेदान
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि आने वाले समय में निगम एकत्रित होने वाले कूड़े को तत्काल उठवाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए शहर के 13 स्थानों पर कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन (कापैक्टर)बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा 7.50 लाख रुपये से 44 हापर डीपर क्रय करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए टेंडर भी किया जा चुका है। कापैक्टर व हापर डीपर के आने का क्रम अगले माह से शुरू हो जाएगा। कापैक्टर का कार्य कूड़ा को दबाकर वाहन में रखना है। कूड़ा घर या कूड़ेदान की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
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