इंदौर की तर्ज पर वाराणसी के इन वार्डों को किया जाएगा स्वच्छ, मूलभूत सभी सुविधाएं होंगी उपलब्ध
वाराणसी शहर के छह वार्डों - नारायनपुर डिठोरी महाल सिगरा खजुरी कालभैरव और दशाश्वमेध को इंदौर की तर्ज पर मॉडल वार्ड बनाया जाएगा। इन वार्डों में 30 पैरामीटर पर कार्य होगा जिसकी जिम्मेदारी तीन संस्थाओं को दी गई है। मुख्य कार्य गलियों में कूड़ा फेंकने के स्थानों (जीवीपी) को समाप्त करना है।

मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी। इंदौर की तर्ज पर शहर के छह वार्डों नारायनपुर, डिठोरी महाल, सिगरा, खजुरी, कालभैरव, दशाश्वमेध को माडल वार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए कार्य भी शुरू हो गया है। इस वार्डों में 30 पैरामीटर पर कार्य होना है।
इन वार्डों को तीन संस्थाओं को जिम्मेदारी दी गई है। इन वार्डों में बीट मैपिंग, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, पार्कों की स्थिति, सामुदायिक भवन, दूध डेरी, पशु पालकों की स्थिति, सीवरेज, पेयजल आपूर्ति का कवरेज, पौधारोपण के लिए भूमि की उपलब्धता, मार्गों के सिविल निर्माण कार्यों की स्थिति, स्ट्रीट लाइन आदि पर कार्य किया जाना है।
साथ ही सबसे बड़ा काम गारवेज वनरेबल प्वाइंट (जीवीपी) यानी गलियों में कोने या मोड़ पर लगातार कूड़ा फेंकने के स्थान को समाप्त करना है। इसके लिए उस स्थान पर बेहतर वाल पेंटिंग व अन्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही है।
इसके तहत शीतला गली, घसियारी टोला, अन्नपूर्णा गली, शकरकंदी, कालिका गली, इडली गली आदि क्षेत्रों में इंफारमेशन एजुकेशन कम्यूनिकेशन (आइईसी) के तहत कार्य किया जा रहा है। नारायन पुर व डिठोरी महाल में बेसिक, दशाश्वमेध व काल भैरव में आल इंडिया व सिगरा व खजुरी में काशी युनिवर्सल फाउंडेशन की ओर को जिम्मेदारी दी गई है।
इसके लिए डाक्यूमेंट मैनेजर प्रीति सिंह को आइईसी का नोडल बनाया गया है। प्रीति ने बताया कि इसके तहत निगम की आइईसी टीम ने लगभग 1500 घरों तथा लगभग 750 दुकानदारों से सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग न करने, घर में गीला कूड़ा सुखा कूड़ा अलग-अलग डस्टबिन में रख कर सीधे नगर निगम की गाड़ी में डालने के लिए प्रेरित करनी वाली है।
साथ ही सड़कों पर कूड़ा नहीं फेकने की अपील की जा रही है। कहा कि लक्ष्य तो इंदौर की तर्ज पर काशी के छह वार्ड को स्वच्छ बनाने का है, लेकिन कुछ लोग 50 रुपये बचाने के चक्कर में गलियों में गंदगी फैला रहे हैं।
इन स्थानों को किया गया सुंदर :
शिवाला वार्ड के डुमराव बाग पार्क के पास हमेशा गंदगी पड़ी रहती थी। वार्ड डिठोरी महाल के एलटी कालेज गेट के पास वाल पेंटिंग कर बेंच लगाया गया है। धूपचंडी वार्ड के लेबर कालोनी के पास, शिवपुर के कांशीराम आवास के पास, चेतगंज के अमर बैंकेट लान के पास, सिगरा के गांधीनगर कालोनी पार्क, कोनिया के धोबी घाट, शिवपुरवा के इंद्रपुरी कालोनी मंदिर के पास सहित कई क्षेत्रों का कायाकल्प कर दिया गया है, जहां पहले गंदगी का अंबार रहता था।
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