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    अगले माह लगेगा ‘मुख्यमंत्री योगी’ की काशी यात्रा का शतक, श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में बाबा का 88 बार किया दर्शन-पूजन

    By Anurag SinghEdited By:
    Updated: Sun, 11 Sep 2022 04:15 AM (IST)

    मंत्री हों या मुख्यमंत्री आमतौर पर उनका जोर प्रदेश की राजधानी या अपने गृह जनपद पर अधिक होता है लेकिन संत से सत्ता तक का सफर तय करने वाले गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री हैं जिनका झुकाव देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी की ओर अधिक रहा।

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    श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ।

    वाराणसी, प्रमोद यादव। मंत्री हों या मुख्यमंत्री, आमतौर पर उनका जोर प्रदेश की राजधानी या अपने गृह जनपद पर अधिक होता है, लेकिन संत से सत्ता तक का सफर तय करने वाले गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री हैं, जिनका झुकाव देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी की ओर अधिक रहा। अपने दो टर्म के साढ़े पांच साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री का रिकार्ड 98 बार काशी आना हुआ। इस दौरान उन्होंने 88 बार श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में बाबा के दर्शन-पूजन किए। योगी का जिस तरह काशी आना होता है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि अगले माह तक ‘मुख्यमंत्री योगी’ की काशी यात्रा का शतक पूरा हो जाएगा।

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    योगी आदित्यनाथ से पहले 21 लोगों ने मुख्यमंत्री पद संभाला। काशीवासियों को याद नहीं कि उनसे पहले किसी मुख्यमंत्री ने अपने पांच साल के कार्यकाल में पांच बार भी काशी की यात्रा की हो। रही बात श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन की तो यह चुनाव से पहले आशीर्वाद लेने से आगे कभी नहीं बढ़ा। वहीं, योगी की हर यात्रा काशी के विकास व नवनिर्माण को समर्पित रही। ज्यादातर बार उन्होंने कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण भी किया। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के नाते विकास कार्यों की गुणवत्ता व समयबद्धता की जिम्मेदारी भी संभाली। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को नव्य-भव्य स्वरूप तो उनकी ही निगरानी में दिया गया।

    एक मुखिया की तरह हर बिंदु को जांचा परखा और श्रद्धालुओं की सुविधा की दृष्टि से अंत तक संशोधन कराते रहे। पंचक्रोशी यात्रा पथ से लेकर पड़ावों तक का सुंदरीकरण व पावन पथ प्राथमिकता में रहा तो काशी की आत्मा को बचाए रखते हुए कायाकल्प से जुड़ी योजनाओं पर भी जोर रहा। उन्होंने वर्ष 2017 में छह, वर्ष 2018 में 22, वर्ष 2019 में 23, वर्ष 2020 में 13, वर्ष 2021 में 23 और वर्ष 2022 में नौ सितंबर तक 11 बार काशी दौरा किया।