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    छह वाहन मिलने से शहर की सीवर लाइन की सफाई होगी आसान, स्वच्छता को मिलेगा बढ़ावा

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 09:02 PM (IST)

    वाराणसी में सीवर सफाई अब और आसान होगी क्योंकि जलकल विभाग को 2.25 करोड़ रुपये की लागत से छह नए वाहन मिले हैं। महापौर अशोक कुमार तिवारी और नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने इन वाहनों को हरी झंडी दिखाई। स्वच्छता अभियान के तहत शहर में 17 कचरा संवेदनशील बिंदुओं को साफ किया गया और छह मॉडल वार्ड बनाए गए।

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    छह वाहन मिलने से शहर में सीवर लाइन की सफाई होगी आसान।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। शहर में सीवर लाइन की सफाई और आसान होने वाली है। साथ ही समस्याओं का निस्तारण भी तेजी से हो सकेगा। जलकल विभाग के लिए 2.25 करोड़ की लागत से सीवर सफाई के लिए छह वाहन शहरवासियों के लिए समर्पित किया गया है। इसमें दो सक्शन कम जेटिंग मशीन वाहन है।

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    वहीं, चार जेटिंग कम रोडिंग एंड गार्बिंग मशीन वाहन है। इन वाहनों को महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर नगर निगम के प्रागंण से महापौर अशोक कुमार तिवारी व नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

    महापौर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के 1965 की लड़ाई में अदभुत नेतृत्व और जय जवान, जय किसान का नारा दिया गया। उसी प्रकार आज अमेरिका ने टैरिफ लगाया है, हमें उसी आधार पर आज स्वदेशीय अपनाना है। स्वच्छता जागरूकता के लिए पार्षद से सहयोग मांग जनांदोलन करने का आव्हान किया गया।

    सभी को कर्तव्य और दायित्व का निर्वहन करना होगा। आज फंड की कमी नहीं है, रामनगर में शास्त्री की जन्मस्थली में पेयजल सीवर विकास हो रहा है। 18 वार्डों में सीवर पेयजल की लाइन बिछाई जाएगी। पार्षद से अपने क्षेत्र की जनता से टैक्स के बारे पूछना चाहिए, उनकी समस्या को हल करना चाहिए।

    नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि एक से 17 सितंबर तक नगर में 17 जीवीपी स्थानों को चिन्हित कर उन्हें साफ कराए हुए उक्त स्थल का सौन्दर्यीकरण कराया गया। गार्बेज वल्नरेबल प्वाइंट (जीवीपी) यानी कचरा संवेदनशील बिंदु है, जो ऐसे स्थान होते हैं जहां खुले में कचरा फेंका जाता है, जो शहर की स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।

    इसके बाद 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक चलने वाले स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा में नगर निगम द्वारा छह मॉडल वार्ड बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया, चिह्नित वार्डों में नारायणपुर, खजुरी, सिगरा, दशाश्वमेध, कालभैरव तथा डिठोरी महाल वार्ड थे। इन छह वार्डों में कुल 141 मुहल्ले हैं, जिसमें से 36 मुहल्लों को मॉडल क्षेत्र घोषित किया गया।

    इसमें स्वच्छता से संबंधित सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। इस अवसर पर नगर निगम द्वारा पहली बार 10 वार्डों के पार्षदों को उनके वार्ड में अधिक राजस्व वसूली हेतु प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

    साथ ही मॉडल वार्डों में उत्कृष्ट सहयोग देने वाले 10 क्षेत्रीय नागरिकों को वालिटिंयर्स के रूप में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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