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    'भाभी जी घर पर हैं' के मनमोहन तिवारी व‍िश्‍वनाथ मंद‍िर में भीड़ की वजह से नहीं कर सके दर्शन, जाम से कराह रही काशी

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Fri, 26 Dec 2025 03:46 PM (IST)

    लोकप्रिय टीवी शो 'भाभी जी घर पर हैं' के अभिनेता मनमोहन तिवारी वाराणसी में विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने गए थे। भारी भीड़ और शहर में लगे जाम के कारण उन ...और पढ़ें

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    'भाभी जी घर पर हैं' में मनमोहन तिवारी का किरदार निभाने वाले रोहिताश गौर भीड़ की वजह से मंदि‍र में दर्शन नहीं कर सके।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। नए साल के आगमन से पहले वाराणसी में प्रचंड भीड़ ने शहरवासियों और पर्यटकों को परेशान कर दिया है। साल के अंत में परिवार के साथ बनारस घूमने और धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए आने वाले लोगों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिसके कारण शहर की सड़कें और गलियां जाम हो गई हैं। यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जिससे लोग और वाहन बुरी तरह से रेंग रहे हैं। इस भीड़ के कारण काशी आने वाले कई लोग दुखद अनुभव लेकर लौट रहे हैं।

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    इस संदर्भ में, शुक्रवार को बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आए मशहूर टीवी कलाकार रोहिताश गौर, जो 'भाभी जी घर पर हैं' में मनमोहन तिवारी का किरदार निभाते हैं, को भीड़ के कारण काफी इंतजार करना पड़ा। अंततः उन्हें बिना दर्शन के ही निराश होकर लौटना पड़ा। नए साल के अवसर पर काशी विश्वनाथ आने वाले वीआईपी और वीवीआईपी लोगों के लिए प्रोटोकॉल दर्शन बंद कर दिए गए हैं, जिससे आम लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

    वाराणसी में इस समय भीड़ का यह आलम है कि गलियों से लेकर मुख्य सड़कों तक लोगों की आवाजाही में कठिनाई हो रही है। यातायात पुलिस की ओर से भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है। शहर के प्रमुख स्थलों पर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे उनकी धार्मिक भावना भी प्रभावित हो रही है।

    इस भीड़-भाड़ के कारण स्थानीय निवासियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बाजारों में खरीदारी करने वाले लोग और यातायात में फंसे वाहन चालक सभी इस स्थिति से परेशान हैं। कई बार तो लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए पैदल चलने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में, वाराणसी की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं कि क्या इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं।

    इस भीड़ के चलते कई श्रद्धालुओं को अपने धार्मिक अनुष्ठान पूरे करने में भी कठिनाई हो रही है। लोग अपने परिवार के साथ काशी आने की योजना बनाते हैं, लेकिन भीड़ के कारण उन्हें निराशा का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में, प्रशासन को चाहिए कि वह इस समस्या का समाधान निकाले ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके।

    नए साल के अवसर पर वाराणसी में आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह पहले से ही भीड़ प्रबंधन के लिए ठोस योजना बनाएं। इससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय निवासियों को भी राहत मिलेगी। इसके अलावा, शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए भी ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

    इस समय वाराणसी में जो स्थिति है, वह न केवल शहरवासियों के लिए बल्कि आने वाले पर्यटकों के लिए भी चिंता का विषय बन गई है। ऐसे में, सभी संबंधित विभागों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि इस समस्या का समाधान किया जा सके। वाराणसी की पहचान उसके धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों से है, और इसे बनाए रखने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।

    नए साल के आगमन के साथ वाराणसी में बढ़ती भीड़ ने सभी के लिए एक चुनौती पेश की है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस स्थिति को गंभीरता से ले और उचित कदम उठाए ताकि सभी को एक सुखद अनुभव मिल सके। वाराणसी की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि सभी मिलकर इस समस्या का समाधान करें।