काशी के ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी से जानें 2026 में अपनी राशि के फलादेश
वाराणसी के ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी ने 2026 के लिए सभी 12 राशियों का भविष्यफल बताया है। कुछ राशियों के लिए यह वर्ष बेहतर अवसर लेकर आ रहा है, तो ...और पढ़ें

कुछ राशियों के लिए इस वर्ष मिश्रित फल है, हालांकि कई राशियों के लिए लाभ भी है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। नया वर्ष वैसे तो नई उम्मीदें लेकर आता है लेकिन ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार बारहों राशियों के वार्षिक फलादेश में 2026 कई राशियों के लिए बेहतर मौके लेकर आ रहा है। हालांकि कई राशियों के लिए यह फल लाभ तो कुछ के लिए चुनौती लेकर आ रहा है। हालांकि कुछ राशियों के लिए मिश्रित फलादेश है। पढ़ें पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार जानें बारह राशियों का राशिफल।
- मेष : यह वर्ष संघर्ष एवं तनावपूर्ण रहने वाला है। शारीरिक मानसिक कष्ट आर्थिक पक्ष के लिए शुभद होगा। भाग्यबल से रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे।
- वृष : आर्थिक लाभ के सुअवसर मिलेंगे। बेरोजगारों को राेजगार मिलेगा। अकस्मात धन की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य के प्रति तनाव हाे सकता है, खासकर रक्तचाप व चर्मरोग से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
- मिथुन : लंंबे अंतराल से रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे। आर्थिक योजनाएं संपन्न होंगी। बकाए धन की प्राप्ति होगी। निस्संतानों को संतान प्राप्ति के योग बनेंगे। छात्रों के लिए उत्तम समय होगा।
- कर्क : मन की एकाग्रता का अभाव, धार्मिक यात्राएं करनी पड़ेंगी। चोट-चपेट से सावधान रहने की आवश्यकता होगी। जून के बाद आथ्रिक लाभ के अच्छे योग बनेंगे।
- सिंह : विश्वासघात से सावधान रहें। शेयर, सट्टा, दैनिक आजीविका तथा बकाए धन की प्राप्ति होगी। भूमि, भवन, प्रापर्टी क्रय के योग हैं। दांपत्य जीवन में पत्नी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता।
- कन्या : भूमि, भवन प्रापर्टी, निर्माण आदि कराने के अच्छे योग है, विलंबित कार्य पूर्ण होते नजर आएंगे। शत्रु पक्ष पराजित होगा। कोर्ट-कचहरी से संबंधित वाद सुलझेंगे।
- तुला : एक लंबे अंतराल से चली आ रही तमाम समस्याओं से निजात मिलेगी। भाग्य बल से प्राय: कार्य पूर्ण होते नजर आएंगे। छात्रों के लिए विशेष सफलता का वर्ष होने वाला है। शेयर, सट्टा से लाभ, पारिवारिक जनों से वाद-विवाद की स्थिति बनेगी।
- वृश्चिक : मन की एकाग्रता का अभाव, उग्रता पर नियंत्रण रखें अन्यथा आपके लोग आपसे दूर होने लगेंगे। पुलिस प्रशासन, कोर्ट कचहरी से सावधान रहने की आवश्यकता। उदर एवं नेत्र विकार, जनू के बाद तमाम रुके हुएु कार्य पूर्ण होते हुए नजर आएंगे।
- धनु : पराक्रम के बल पर प्राय: सभी कार्यों में सफलता मिलती नजर आएगी। वाहन, घटना-दुर्घटना, चोट-चपेट से सावधान रहने की आवश्यकता है। छात्रों के लिए समय उत्तम है। धन के निवेश में सावधानी रखें। दांपत्य जीवन में पति-पत्नी एक-दूसरे के स्वास्थ्य को लेकर तनाव हो सकता है।
- मकर : वाणी पर नियंत्रण रखे। माता एवं पिता के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी समस्याएं आ सकती हैं। छात्रों के लिए यह वर्ष विशेष उन्नतिदायक होगा। हड्डी, नस से संबंंधित विकार हो सकते हैं। अविवाहितों के वैवाहिक योग बनेंगे।
- कुंभ : लंबे अंतराल से चली आ रही तमाम समस्याओं से देवगुरु वृहस्पति व शनि निजात दिलाएंगे। आर्थिक पक्ष के लिए सुंदर समय है। अकस्मात धन व बकाए धन की प्राप्ति के योग बनेंगे। भूमि, भवन की प्रापर्टी के क्रय या विक्रय का लाभ, कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता, शत्रु पक्ष पराजित होंगे।
- मीन : मानसिक तनाव यथा शारीरिक कष्ट, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से सावधानी रखनी चाहिए। भूमि, भवन प्रापर्टी से लाभ, पैरों में नसों से संबंधित कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। शेयर सट्ट से दूरी बना कर रखें। छात्रों काे अथक परिश्रम से ही सफलता के योग बनेंगे।
विशेष: सिंह राशि तथा धनु राशि पर शनि का अढ़ैया एवं मेष पर शनि की चढ़ती साढ़े साती, मीन राशि पर मध्य साढे साती, कुंभ पर उतरती साढ़े साती अर्थात जिन लोगों पर शनि की अढैया या साढ़े साती है, उन सभी लोगों को शनिवार को पीपल वृक्ष के नीचे दीपदान तथा सुंदर कांड व हनुमान चालीसा के साथ ही दाएं हाथ की मध्य अंगुली में काले घोड़े की नाल की अंगूठी या छल्ला धारण करने से शनिजनित कष्टों में कमी आएगी।

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