वाराणसी में लाटभैरव नक्कटैया शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब, श्रीकृष्ण की रासलीला और महादेव की सजी झांकी
वाराणसी के लाटभैरव में देर रात नक्कटैया शोभायात्रा धूमधाम से निकाली गई जिसका उद्घाटन विनोद गुप्ता और जितेंद्र देव सिंह ने किया। शोभायात्रा में 50 से अधिक लाग-विमान व स्वांग शामिल थे। विशेश्वरंगज से शुरू होकर यह लाटभैरव सरैया तक गई जहाँ खरदूषण वध और सीता हरण लीला का मंचन हुआ।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। लाटभैरव की प्रसिद्ध नक्कटैया की शोभायात्रा शनिवार की रात गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। उद्घाटन मुख्य अतिथि विनोद गुप्ता, चीफ वार्डन, नागरिक सुरक्षा और विशिष्ट अतिथि जितेंद्र देव सिंह, उपनियंत्रक नागरिक सुरक्षा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर व नारियल फोड़कर किया। नक्कटैया में 50 से ज्यादा लाग-विमान व स्वांग शामिल थे।
इन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ सड़क पर जमा थी। शोभायात्रा विशेश्वरंगज से उठकर अंबियामंडी, हनुमान फाटक होती हुई लाटभैरव सरैया तक पहुंची। वहां पर खरदूषण युद्ध व वध व सीता हरण लीला का मंचन हुआ।
जुलूस में सबसे आगे शूपर्णखा व खरदूषण के पुतले के साथ ही बैंड बाजा तथा काली-दुर्गा के स्वरूप शामिल थे। इसके साथ ही हाथी, घोड़े, ऊंट व तलवार भांजती काली व दुर्गा के स्वरूप चल रहे थे। जनपद के अलावा प्रयागराज, मिर्जापुर, चंदौली सहित पूर्वांचल के अन्य जिलों से दर्जनों लाग, विमान व स्वांग भी शामिल थे।
बरसों पुराना बुढ़िया-बुढ़वा के चेहरे बच्चे-बड़ों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे। मेला क्षेत्र में विद्युत की सजावट की गई थी। रामजी की लीला में उनके जीवन से जुड़े विभिन्न लाग-विमानों के साथ ही श्रीकृष्ण की रासलीला और देवाधिदेव महादेव की झांकी भी सजी।
ठेले पर सजी रेवड़ी- चूड़ा व खिलौनों की दुकानों पर बच्चों के खास आकर्षण ने मेले की पुरानी परंपरा को जीवंत बनाए रखा। मध्य रात्रि से भोर तक तीन किलोमीटर का मेला परिक्षेत्र गुंजायमान रहा। संवेदनशील लाट भैरव रामलीला में सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गयी थी।
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