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    वाराणसी में जिउतिया पर 10 रुपये में एक बिकी सतपुतिया की बतिया, नोनी साग के दाम में लगी आग

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 01:57 PM (IST)

    वाराणसी में जिउतिया व्रत की तैयारी जोरों पर है। 14 सितंबर को होने वाले इस व्रत में सतपुतिया और नोनी के साग का विशेष महत्व है। बाज़ारों में सतपुतिया 5 से 10 रुपये में और नोनी का साग 40 रुपये प्रति पाव तक बिका। महिलाएँ पुत्र की लंबी आयु के लिए व्रत रखेंगी और जीमूतवाहन जी की पूजा करेंगी।

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    बाजारों में पूजन सामग्री की खरीदारी के लिए रौनक देखने को मिली।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। पुत्र की लंबी आयु के लिए आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जिउतिया व्रत मनाया जाता है। यह व्रत पितृ पक्ष के दौरान किया जाता है, जिसमें पितरों का तर्पण किया जाता है। इसे जीवित्पुत्रिका व्रत भी कहा जाता है, जो विवाहित महिलाओं द्वारा पुत्र की लंबी आयु के लिए रखा जाता है।

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    इस वर्ष जिउतिया व्रत 14 सितंबर को है, जिसकी शुरुआत नहाय खाय से होती है और समापन पारण से होता है। इस व्रत में सतपुतिया और नोनी के साग का विशेष महत्व होता है। शनिवार को बाजार में सतपुतिया की बतिया 5 से 10 रुपये में बिकी, जबकि नोनी के साग की कीमत 40 रुपये प्रति पाव तक पहुंच गई।

    जिउतिया व्रत हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इससे एक दिन पूर्व, यानी 13 सितंबर को नहाय-खाय मनाया जा रहा है। इस दिन व्रती महिलाएं स्नान-ध्यान कर जीमूतवाहन जी की पूजा करती हैं और फिर मड़ुआ की रोटी, नोनी का साग, दही और चूड़ा का सेवन करती हैं। इस वर्ष निर्जला व्रत एक दिन रखा जाएगा, जिसमें व्रती महिलाएं सूर्योदय से पहले सात्विक भोजन और जल ग्रहण करती हैं।

    जिउतिया के लिए शनिवार की सुबह से ही वाराणसी के प्रमुख बाजारों में रौनक देखने को मिली। लोग पूजन सामग्री जैसे चावल, फूल, कुशा, धूप-दीप, फल, मिठाइयां, दही और चूड़ा खरीदने में व्यस्त थे। महिलाएं जिउतिया गुथने के लिए धागे और बरियार का पौधा भी खरीद रही थीं। जिउतिया का धागा 10 रुपये से शुरू होकर बिका। बाजार में भीड़-भाड़ थी, जहां फल-सब्जी से लेकर पकवानों के लिए महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। इस दिन माताएं अपने बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए 24 घंटे तक निर्जला उपवास रखती हैं।

    बाजार में केला 50 रुपये प्रति दर्जन और सेब 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा था। गन्ने की भी अच्छी बिक्री हुई। स्थानीय लोक परंपरा के अनुसार, हरी सब्जियों में नोनी का साग, झींगनी, मडुआ, कंदा सहित अन्य सब्जियों के दाम आसमान छू रहे थे।

    खोजवां, लंका, भेलूपुर, बड़ी गैबी, मलदहिया, लहुराबीर, इंग्लियालाइन, चंदुआ छित्तूपुर, पांडेयपुर, शिवपुर, सारनाथ, आशापुर, भोजूबीर, बरेका, लोहता जैसे क्षेत्रों में जिउतिया की खरीदारी की धूम रही। इस प्रकार, जिउतिया व्रत के अवसर पर वाराणसी में बाजारों में हलचल और उत्साह का माहौल बना रहा। महि‍लाओं में उत्‍साह रहा तो पर‍िवार ने एक साथ आयोजन में प्रत‍िभाग क‍िया है। 

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