Updated: Sun, 14 Sep 2025 05:30 AM (IST)
वाराणसी के रथयात्रा चौराहे पर जाम छुड़ाने के दौरान इंस्पेक्टर और अधिवक्ता के बीच विवाद हो गया। इंस्पेक्टर द्वारा अधिवक्ता की पिटाई करने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद अधिवक्ताओं ने ट्रामा सेंटर में हंगामा किया। अधिवक्ता की पत्नी की तहरीर पर इंस्पेक्टर के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस के नो एंट्री कहने पर विवाद शुरू हुआ था।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। रथयात्रा चौराहा पर शनिवार रात आठ बजे जाम को छुड़ाने के दौरान अधिवक्ता से कहासुनी के बाद इंस्पेक्टर ने उनकी पिटाई कर दी। पिटाई से गंभीर घायल अधिवक्ता को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। अधिवक्ता से विवाद की भनक लगते ही बड़ी संख्या में उनके साथी ट्रामा सेंटर पहुंच गए और कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करने लगे।
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अधिवक्ता शिव प्रताप सिंह की पत्नी शारदा सिंह की तहरीर पर भेलूपुर में तैनात इंस्पेक्टर क्राइम गोपाल कन्हैया के विरुद्ध जान लेवा हमले का मुकदमा कायम किया गया। रात्रि आठ बजे अधिवक्ता शिव प्रताप सिंह अपनी पत्नी शारदा सिंह के साथ बाइक से लक्ष्मी कुंड स्थित मां लक्ष्मी का दर्शन कर कमच्छा स्थित अपने घर लौट रहे थे।
उस समय भीषण वर्षा के कारण जाम लगा हुआ था। भेलूपुर पुलिस जाम छुड़ा रही थी, तभी अधिवक्ता बाइक से पत्नी के साथ पहुंचे। उन्हें पुलिस ने नो एंट्री का हवाला देकर घर की तरफ जाने से रोक दिया।
आरोप है कि इंस्पेक्टर ने अधिवक्ता से दुर्व्यहार किया और मारपीट की, जिससे अधिवक्ता खून से लथपथ हो गए। पुलिस व परिजन अधिवक्ता को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर बीएचयू ले गए जहां उनका इलाज चल रहा है। ट्रामा सेंटर पर पहुंचे अधिवक्ताओं ने आरोपित दारोगा पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए हंगामा और नारेबाजी करने लगे।
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