भारत व मारीशस में और प्रगाढ़ होंगे औद्योगिक रिश्ते, काशी में उद्यमियों से चर्चा संग रखी नींव
वाराणसी में भारत-मॉरीशस व्यापार बैठक का आयोजन किया गया जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया। आईआईए के महासचिव दीपक बजाज ने मॉरीशस से आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। बैठक में कृषि टेक्सटाइल पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।

मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी : भारत मारीशस का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है और मारीशस सिंगापुर के बाद भारत में दूसरा सबसे बड़ा एफडीआइ स्रोत भी है। मारीशस और भारत का संबंध केवल व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक भावनात्मक रिश्ता है, जो सांस्कृतिक, एतिहासिक और मानवीय मूल्यों से जुड़ा है।
साथ ही आज हम लोग एक ही मंच पर इसलिए एकत्रित हुए हैं ताकि हम लोग उन संभावनाओ पर चर्चा कर सके जिससे भारत और मारीशस के व्यापार और उद्योग में कैसे और ज्यादा समन्वय स्थापित करके आगे ले जा सकते हैं। यह आइआइए के महासचिव दीपक बजाज द्वारा होटल रमाडा, वाराणसी में आयोजित भारत मारीशस व्यापार बैठक में मारीशस से आये प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा गया।
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दीपक बजाज ने आइआइए का प्रतिनिधित्व करते हुए मारीशस प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व कर रहे संजय भुन्जुन से कहा कि सांस्कृतिक संबंध के रूप से देखा जाये तो मारीशस की लगभग 70 प्रतिशत आबादी भारतीय मूल की है जो भारतीय संस्कृति, भाषा और विरासत को बढ़ावा देने में सहायता प्रदान करती है। व्यापारिक दृष्टि से भारत की विविधता और उत्पादन क्षमता जैसे कि कृषि उत्पाद, टेक्सटाइल, तकनीक उपकरण, दवाइयां और किफायती इलेक्ट्रानिक्स मारीशस के बाज़ार में अच्छी मांग रखती है। वहीं मारीशस की समुद्री सेवाएं, पर्यटन उद्योग व उससे जुड़े उत्पाद, उच्च गुणवत्ता वाला वेनिला और प्राकृतिक उत्पाद भारत में आयात के लिए उपयोगी हैं। यदि इस दृष्टि पर और वृहद् स्तर कार्य किया जाये और द्विपक्षीय सहयोग प्रदान किया जाये तो इससे दोनों देशों के उद्योग व अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा।
वैश्विक स्तर पर बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा
आइआइए के राष्ट्रीय सचिव अनुपम देवा ने अपने संबोधन में कहा कि आइआइए अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों के माध्यम से उद्योगों को वैश्विक स्तर पर खुद को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एक्सपोज के माध्यम से सुनहरा अवसर प्रदान करने की पहल कर रहा है। आइआइए अभी से लेकर मार्च तक चार बड़े एक्सपोज का आयोजन अलग-अलग शहरों में भारत में करने जा रहा है जिसमे 18-19 दिसंबर को वाराणसी होटल ताज में इंटरनेशनल टूरिज्म एवं हास्पिटलिटी एक्सपो, 3 से 5 जनवरी इंडियन फूड एक्सपो लखनऊ, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में फरवरी में डिफेंस एवं टेक्निकल एक्सपो कानपुर में तथा मार्च में ग्रीन एनर्जी, सोलर एनर्जी एक्सपो मेरठ में।
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इन सभी एक्सपोज में बड़ी संख्या में देश और विदेश से एग्जीबिटर और विजिटर भाग लेंगे तथा अनेक देशों के राजदूत भी इसमें शामिल है। इस सम्बन्ध में दीपक बजाज ने मारीशस के प्रतिनिधि संजय जी को यह सुझाव दिया कि दोनों देशो को इसी प्रकार के एक्सपोज करने चाहिए जिसमें भारत और मारीशस दोनों देशों के डेलीगेट्स आपस में एक दूसरे के देशों में जाएं, वहां के प्रोडक्ट को देखें, क्वालिटी देखें, प्राइस देखें और चीजों से रूबरू हों इससे व्यापार को नये स्तर तक पहुचने में काफी सहायता मिलेगी।
मारीशस डेलीगेशन से आग्रह करते हुए बैठक के अंत में बजाज ने कहा कि आइआइए द्वारा आयोजित इन एक्सपोज में मारीशस भागीदारी करे जिससे दोनों देशो के मध्य व्यापारिक एवं सांस्कृतिक संबंधो और मजबूती दी जा सके और निश्चित रूप से दोनों देशों को इसका लाभ मिलेगा।
आइआइए के प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय महासचिव दीपक कुमार बजाज, राष्ट्रीय सचिव अनुपम देवा इन्फ्रा क्षेत्र से अभिषेक अग्रवाल तथा फार्मास्युटिकल क्षेत्र से देवेश मेहरोत्रा शामिल रहे। बैठक में संयुक्त सचिव, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार; एसीईओ, इन्वेस्ट यूपी एवं अन्य उद्योग संगठनों के उद्यमीगण एवं पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
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लघु उद्योग भारती से जुड़े उद्यमियों ने एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने पर की वार्ता
मारीशस और भारत के उद्यमियों के बीच बैठक का आयोजन हुआ जिसमें आपसी संबंध को पहले से ज्यादा मजबूत करते हुए एक दूसरे के साथ मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही भारत मॉरिशस के बीच एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने में सहयोग का वादा किया गया है। मारीशस के उद्यमियों का प्रतिनिधित्व कर रहे संजय भुंजुन, अध्यक्ष, आर्थिक विकास बोर्ड- मारीशस, का अंग वस्त्र और बुके प्रदान करके राजेश कुमार सिंह प्रदेश सचिव लघु उद्योग भारती ने संगठन के पदाधिकारीयो के साथ अभिनंदन किया।
लघु उद्योग भारती संगठन की तरफ से कृष्ण परोलिया तथा राजेश कुमार सिंह ने मारीशस के उद्यमियों से चर्चा में कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का अनुसांगिक संगठन लघु उद्योग भारती देश का सबसे बड़ा औद्योगिक संगठन है जो दोनों देशों के एमएसएमई उद्यमियों के बीच दिल से दिल का संपर्क स्थापित करना चाहता है जो पहले से ही प्राकृतिक साझेदार के रूप में व्यापार कर रहे हैं।
हमारी सभ्यता और विरासत बहुत प्राचीन है गंगा मैया का वाराणसी में जो महत्व है वहीं महत्व गंगा तालाब, मॉरिशस का भी है इन्वेस्ट यूपी को इस महत्वपूर्ण क्षेत्र के लिए लक्षित विकास को अधिकतम पूरा करने और मारीशस को निर्यात बढ़ाने के लिए शीर्ष निकाय को लघु उद्योग भारती संगठन की पूर्ण मदद मिलेगी जिससे छोटे एमएसएमई उद्योगों की मदद करके मॉरिशस में व्यापार करने के लिए प्रेरित किया जाएगा लघु उद्योग भारती संगठन की तरफ से कार्यक्रम में कृष्ण परोलिया, दीना नाथ बरनवाल, आशीष श्रीवास्तव, बीएन दुबे, अभिषेक अग्रवाल ने भाग लिया।
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