UP News: प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के विकास में सहभागी बनेगा IIT BHU, रक्षा क्षेत्र के लिए तैयार किया जा रहा मास्टर प्लान
आईआईटी बीएचयू उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के विकास में अहम भूमिका निभाएगा। सैन्य उपकरणों और हथियारों के निर्माण अनुसंधान और विकास के लिए नई तकनीकों पर काम होगा। इसका उद्देश्य देश की रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और रक्षा उद्योग को आत्मनिर्भर बनाना है। संस्थान रक्षा से जुड़े औद्योगिक आवश्यकताओं के लिए कौशल विकास केंद्र के रूप में भी काम करेगा।

संग्राम सिंह, जागरण, वाराणसी। प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर विकसित करने के लिए आइआइटी बीएचयू भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सैन्य उपकरणों और हथियारों के निर्माण, अनुसंधान और विकास के लिए नई तकनीकों पर मंथन करना होगा। इसका मुख्य उद्देश्य देश की रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और रक्षा उद्योग को आत्मनिर्भर बनाना रहेगा।
रक्षा क्षेत्र के लिए मालवीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की तैयारी है। प्रदेश सरकार ने आइआइटी बीएचयू को प्रोजेक्ट का अहम भागीदार बनाया है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) से अनुबंध हुआ है, अब सरकार की तरफ से विनिर्माण क्षेत्र में आरएंडडी (अनुसंधान एवं विकास) सुविधाओं के निर्माण पर कार्य होगा।
रक्षा सामग्रियों एवं प्रिसिजन इंजीनियरिंग केंद्र आदि के लिए करीब 69 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। ऐसे में आइआइटी अब रक्षा से जुड़े औद्योगिक आवश्यकताओं के लिए कौशल विकास केंद्र के रूप में काम करेगा।
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अंतरिक्ष के लिए आइआइटी बीएचयू को क्षेत्रीय शैक्षणिक केंद्र की मान्यता
इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने आइआइटी बीएचयू को अंतरिक्ष के लिए क्षेत्रीय शैक्षणिक केंद्र के रूप में मान्यता दी है। इस केंद्र ने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की भविष्य की तकनीकी और कार्यक्रम संबंधी जरूरतों के लिए प्रासंगिक क्षेत्रों में उन्नत अनुसंधान कर रहा है।
बीएचयू। फाइल फोटो (जागरण)
इसके अलावा मध्य क्षेत्र में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए समन्वयक के रूप में कार्य कर रहा है, जिसमें छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। अनुसंधान और विकास गतिविधियों में भाग लेने के लिए क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्टता के अन्य संस्थानों को भी शामिल कर रहा है। इसरो और आइआइटी ने कार्यक्रम में भाग लेने और अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रासंगिक अनुसंधान क्षेत्रों में संयुक्त परियोजना प्रस्ताव विकसित करेगा।
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ऊर्जा क्षेत्र में खनिज संरक्षण व खनन उत्पादकता को मिलेगी मजबूती
आइआइटी बीएचयू और नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड ने ऊर्जा क्षेत्र में खनिज संरक्षण, स्वच्छ प्रौद्योगिकियों में खनन उत्पादकता व विकास के मद्देनजर मजबूत उद्योग-संस्थान साझेदारी सुनिश्चित करने के लिए एक साथ काम करने का निर्णय लिया है। वाराणसी, सिंगरौली व सोनभद्र के आस-पास के क्षेत्र में सामाजिक उत्थान की योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा। प्रोजेक्ट में संस्थान के इंक्यूबेशन सेल और कोल रिसर्च लैब को शामिल किया गया है।
यूपी में डिफेंस कॉरिडोर के लिए संस्थान की भूमिका अहम हाेगी। कई तरह की परियोजनाओं पर काम हो रहा है। शीघ्र ही रक्षा क्षेत्र में नवाचार देखने को मिलेगा। -प्रो. अमित पात्रा, निदेशक, आइआइटी बीएचयू
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