हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज की पूर्व सहायक आचार्य जाह्नवी बनीं आजमगढ़ में अपर सिविल जज
वाराणसी के हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज की पूर्व सहायक आचार्य जाह्नवी पांच साल की कानूनी लड़ाई के बाद आजमगढ़ में अपर सिविल जज नियुक्त हुईं। 2018 में उत्तर पुस्तिका की त्रुटि के कारण उनका चयन रुक गया था जिसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय में अपील की। जाह्नवी शिक्षा और सेवा में अग्रणी परिवार से हैं।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। वाराणसी के हरिश्चंद्र पीजी कालेज के विधि विभाग की पूर्व सहायक आचार्य जाह्नवी नियुक्ति आज़मगढ़ में अपर सिविल जज के रूप में हुई है। यह उपलब्धि उन्होंने पांच साल की कानूनी जद्दोजहद के बाद हासिल की।
जाह्नवी ने वर्ष 2018 में यूपी न्यायिक सेवा परीक्षा में उत्तर पुस्तिका की त्रुटि से चयन रुक गया था। उन्होंने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जहां फैसला उनके पक्ष में गया। आयोग ने सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। हालांकि वहां भी निर्णय जाह्नवी के ही पक्ष में आया। जाह्नवी शिक्षा और सेवा में अग्रणी परिवार से हैं।
उनकी बड़ी बहन डा. माधवी लता बीएचयू में अंग्रेज़ी विभाग की सहायक आचार्य हैं। दूसरी बहन यूपीपीसीएस के तहत स्टांप एवं पंजीकरण विभाग में उप-पंजीयक हैं। अन्य दो बहनें अध्यापन में एक जीजीआइसी में प्रवक्ता और दूसरी इलाहाबाद डिग्री कालेज, प्रयागराज में अंग्रेज़ी की सहायक आचार्य हैं। चचेरी बहन मंजरी मीरजापुर के चुनार में डिप्टी एसपी हैं। जाह्नवी ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है।
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