जीएसटी सुधार से काशी के व्यापारियों में उत्साह, त्योहारी सीजन में 30% तक कारोबार बढ़ने की उम्मीद
वाराणसी के व्यापारी जीएसटी में सुधार से उत्साहित हैं। सरकार ने 12% और 28% के स्लैब को हटाकर 5% और 18% का स्लैब रखने का प्रस्ताव दिया है जिससे रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतें घटेंगी। व्यापारियों का मानना है कि इससे बाजार में पैसे का प्रवाह बढ़ेगा और त्योहारी सीजन में कारोबार 30% तक बढ़ सकता है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। सरकार ने दो स्लैब वाली जीएसटी प्रणाली को मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार के प्रस्ताव को जीएसटी काउंसिल की तरफ से गठित मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने गुरुवार के अपनी मंजूरी दी। केंद्र सरकार ने 12 व 28 प्रतिशत के जीएसटी स्लैब को समाप्त कर सिर्फ पांच प्रतिशत और 18 प्रतिशत का स्लैब रखने का प्रस्ताव रखा है।
विलासिता संबंधी एवं पान-मसाला, तंबाकू जैसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वस्तुओं को अलग से 40 प्रतिशत स्लैब में रखने का प्रस्ताव है। लेकिन रोजमर्रा की वस्तुओं को 18 व पांच प्रतिशत के स्लैब में रखकर मध्यम वर्ग को बड़ी राहत प्रदान की है। इस फैसले से काशी के कारोबारी गदगद है। सीएसटी में सुधार से कारोबारी उत्साह में डूबे हैं। कारण कि आने वाले त्योहारी सीजन में जबरस्त उत्साह देखने को मिलने वाला है। इस फैसले से बाजार को और गति मिलेगी, जिससे कारोबार में लगभग 30 प्रतिशत तक बढ़ाव की संभावना जगी है। कारण कि रोजमर्रा की वस्तुओं के मूल्य में गिरावट जाएगी और बाजार में पैसे का फ्लो बढ़ेगा। जीएसटी में सुधार के उमंग में सराबोर व्यापारियों ने कुछ इस प्रकार साझा किया अपना विचार...।
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व्यापारियों व आम लोगों के लिए सरकार का बड़ा तोहफा :
जीएसटी स्लैब घटने से इलेक्ट्रानिक्स सामानों के रेट में भी गिरावट होगी। इससे इलेक्ट्रानिक्स आइटम सभी की पहुंच में आसानी से आ जाएंगे। इससे निश्चित रूप से बिक्री बढ़ेगी। आने वाले दशहरा, धनतेरस, दीवाली आदि त्योहारों के साथ ही लगन को ध्यान में रखते लोग अधिक से अधिक खरीदारी करेंगे। इससे कारोबार में और गति आएगी और बाजार में पैसे का फ्लो बढ़ेगा। यह सरकार की ओर से व्यापारियों व आम लोगों के लिए बड़ा तोहफा है। - अजीत उपाध्याय, इलेक्ट्रानिक्स सामानों के विक्रेता
दोपहिया वाहन व पार्ट्स होंगे सस्ते, बढ़ेगी बिक्री :
जीएसटी में सुधार आगामी त्योहारी सीजन व लगन कारोबार के लिए वरदान साबित होगा। आटोमोबाइल क्षेत्र में भी इसका बेहतर असर होगा। दोपहिया वाहन व पार्ट्स के रेट में गिरावट होगी। पर्सनल मूवमेंट के लिए अधिकतर लोग दोपहिया वाहन का ही उपयोग करते हैं। इसलिए बाइक आदि सस्ती होने से बिक्री बढ़ेगी। इस पहल से पिछले साल की तुलना में इस साल लगभग 30 प्रतशित बिक्री में ग्रोथ होने की संभावना बढ़ी है। - यूआर सिंह, दोपहिया व तीन पहिया वाहनों के विक्रेता
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जीएसटी स्लैब घटने से कपड़ा कारोबार को भी बहुत बड़ी राहत मिलेगी। इसका सीधा लाभ ग्राहकों को भी मिलेगा। त्योहारी सीजन में व्यापारियों को भी बेहतर मौका मिलेगा। रेडीमेड कपड़े भी अब सस्ते हो सकते हैं। इसका सीधा प्रभाव बाजार पर पड़ेगा। बिक्री बढ़ेगी। ऐसे में बाजार के बूम होने की संभावना बढ़ गई है। व्यापारी अभी से उत्साहित हैं और सीजन की तैयारी में जुट गए हैं। - विनय कुमार, रेडीमेड वस्त्रों के विक्रेता
केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित दो स्लैब वाली जीएसटी व्यापारियों को राहत देने वाली है। इससे महिलाओं को भी राहत मिलने की संभावना बढ़ गई है। राेजमर्रा की चीजों को पांच व 18 प्रतिशत के स्लैब में करने से रेट में गिरावट आएगी। टैक्स कम होने से बाजार में बिक्री बढ़ेगी। ग्राहकों को खरीदारी करने में आसानी होगी। आने वाले त्योहार में इस निर्णय का असर देखने को मिलेगी। कारोबार को और गति मिलने की संभावना है। - प्रेम मिश्रा, कास्मेटिक सामग्री के विक्रेता व व्यापारी नेता
जीएसटी स्लैब करने के निर्णय से प्रधानमंत्री के क्षेत्र के व्यापारियों खुशी की लहर है। अब केवल पांच व 18 प्रतिशत ही जीएसटी स्लैब होने से आम लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी। मिडिल क्लास, लोअर क्लास को सामान सस्ता मिलेगा। व्यापारियों के लिए भी यह दीवाली का बड़ा तोहफा है। इस फैसले के बाद बाजार की रौनक और बढ़ेगी। रोजर्मारा के सामानों के रेट घटने से बिक्री बढ़ेगी। स्लैब कम होने से बिल बनाना भी आसान हो जाएगा। - अजीत सिंह बग्गा, बेकरी कारोबारी व व्यापारी नेता
जीएसटी कम होने पर रोजमर्रा सामानों की बिक्री बढ़ेगी। कारण कि घरेलू सामान की ज़रूरतें वाले सामानों के दाम घटने वाले हैं। इस फैसले से सामान्य व्यक्ति का बोझ कम होगा। स्लैब घटने से प्रत्येक व्यक्ति को लाभ मिलेगा। महिलाओं का कुटीर उद्योग धंधा की आगे बढ़ेगा। युवा वर्ग को रोजगार करने का अवसर प्राप्त होंगे। तांबें, पीतल आदि के भाव में भी गिरावट होने की उम्मीद है। इससे पूजा-पाठ के सामान भी सस्ते होंगे। आने वाले त्योहारी सीजन में व्यापार बढ़ेगा। - सुरेश तुलस्यान, जनरल व पूजन सामग्री के विक्रेता
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बोलीं महिलाएं
एक जुलाई 2017 से जीएसटी लागू हुआ जो कि प्रैक्टिकल सोचा जाए तो बहुत ही जटिल था। पहले जीएसटी सबको समझ में नहीं आता था। अब नया जीएसटी स्लैब आसाना होगा। इस निर्णय का मैं स्वागत करती हूं। इससे किसानों, महिलाओं व मध्यम वर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी। बाजार में मांग बढ़ने से रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे। स्लैब अधिक होने से कई लोग जीएसटी बिल से घबराते थे, लेकिन अब आसान हो जाएगा। - माधवी श्रीवास्तव, गृहिणी व समाजसेविका
सरकार ने जीएसटी के स्लैब को घटाकर बड़ी राहत प्रदान की है। इससे रोजमर्रा की चीजें सस्ती होंगी। घर के उपयोगी सामान सस्ते होने से गृहिणियों का बजट भी संतुलित होगा। मैं चाहती हूं कि देश की माताएं, बहनें भी इसमें आगे आए और नई जीएसटी के नियमों को फालो करके उसका लाभ उठाएं। कंप्यूटर, मोबाइल भी सस्ते होने की उम्मीद है, जो आज सभी के लिए जरूरत की सामग्री हो गई है।
- जया राठी, गृहिणी, जवाहर नगर।
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