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    वाराणसी के लोगों के लिए खुशखबरी, 187 करोड़ की लागत से इस सड़क का होगा चौड़ीकरण

    वाराणसी के लोगों के लिए खुशखबरी! काशी विश्वनाथ धाम तक पहुंचने के लिए दालमंडी-चौक मार्ग को 15 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इस परियोजना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुहर लगा दी है। इससे इस रोड पर लोड काफी कम जाएगा।187 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क से विश्वनाथ धाम तक पहुंचना आसान हो जाएगा। वहीं काशी में अधिकतर सड़कों का चौड़ीकरण हो रहा है।

    By pramod kumar Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 16 Mar 2025 10:07 AM (IST)
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    वाराणसी के लोगों के लिए खुशखबरी, 187 करोड़ की लागत से इस सड़क का होगा चौड़ीकरण

    अशोक सिंह, वाराणसी।  काशी धार्मिक पर्यटन के वैश्विक नक्शे पर अपनी अलग पहचान बना रही है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का नव्य-भव्य स्वरूप सामने आने के बाद प्रतिदिन औसतन दो लाख श्रद्धालु आ रहे हैं तो प्रयागराज महाकुंभ की अवधि में यह संख्या छह लाख तक पहुंची और सड़कों का दायरा कम पड़ गया। इससे विश्वनाथ धाम तक पहुंचने के लिए नई सड़क से दालमंडी-चौक मार्ग को चौड़ा करने की योजना को बल मिला है।

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी सप्ताह काशी प्रवास के दौरान मार्ग को 15 मीटर चौड़ा करने की परियोजना पर मुहर लगा दी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन को आने वाले अधिकतर श्रद्धालु नई सड़क, लक्सा, रेवड़ी तालाब, जंगमबाड़ी की तरफ से गोदौलिया स्थित नंदी चौराहे पर पहुंचते हैं। इससे भारी भीड़ होती है।

    यातायात प्रभावित होता है। बैरिकेडिंग आदि का व्यापार भी असर आता है। इस कारण कैंट व कचहरी से लहुराबीर की तरफ से आने वालों को दालमंडी से सीधे चौक होकर विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार पर भेजने की योजना बनी। इसके लिए पुलिस और प्रशासन को योजना बनाने के लिए कहा गया। पुलिस कई बार चार पहिया वाहन लेकर दालमंडी के रास्ते गुजरी।

    बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी की विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में प्रशासन ने दालमंडी रोड की योजना रखी। इसमें मार्ग को लगभग 112 करोड़ की लागत से 10.5 मीटर करने और 187 करोड़ की लागत से 15 मीटर चौड़ा करने के दो प्रस्ताव रखे गए।

    बैठक में मौजूद शहर दक्षिणी विधायक डा. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि 10.5 मीटर चौड़ी सड़क बनाने का कोई औचित्य नहीं है। इसमें से पांच मीटर चौड़ा स्थान तो नाली, डक्ट बनाने में चला जाएगा। मात्र पांच मीटर से समस्या का समाधान नहीं होगा। रोजगार में वृद्धि नहीं होगी। 15 मीटर चौड़ी सड़क होने से दालमंडी मार्ग पर होटल, माल आदि विकसित होंगे।

    यातायात सुगम होने से लोगों का रोजगार भी बढ़ेगा। योगी ने इस पर अपनी मुहर लगा दी। कहा 15 मीटर चौड़ी सड़क की विस्तृत परियोजना बनाकर इसी माह भेजें ताकि धन का आवंटन कर दिया जाए। अप्रैल में निर्माण शुरू कर दिया जाए।

    अधिकतर सड़कें हो रहीं चौड़ी

    काशी में अगले 50 साल की आवश्यकता को देखते हुए गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, भदोही, मीरजापुर की तरफ से आने वाली सड़कें फोरलेन हो रही हैं। शहर के अंदर फुलवरिया फोरलेन, लहरतारा-लंका-रवींद्रपुरी, कचहरी-पांडेयपुर, चौकाघाट आदि भी चौड़ी हो गई हैं। इनके बावजूद श्रद्धालुओं को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के संकरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है। इस दबाव को इस प्रकार समझा जा सकता है कि कुंभ के एक माह में पौने दो करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा का दर्शन किया।

    विश्वनाथ धाम के आसपास के लोग डेढ़ माह तक अपने घरों में कैद होकर रह गए। पहले यह हाल सावन मास, शिवरात्रि जैसे कुछ चुनिंदा अवसरों पर होता था।

    जंगमबाड़ी व रेवड़ी तालाब रोड पर भी हो रहा विचार

    महाकुंभ के जनज्वार के दबाव को काशी और अयोध्या ने महसूस किया। अयोध्या में श्रीराम मंदिर तक कई पहुंच मार्ग चौड़े हैं। श्रीॉकाशी विश्वनाथ धाम पहुंच मार्ग बहुत संकरे हैं। इससे सड़कों के चौड़ीकरण, फुटपाथ बनाने आदि को जरूरतों को ध्यान में रखकर योजना बनाने के लिए अधिकारियों को कहा गया है। इसमें गोदौलिया-जंगमबाड़ी -शिवाला और गिरजाघर-रेवड़ी तालाब-भेलूपुर रोड भी चौड़ा करने पर विचार किया जा रहा है। भीड़ को देखते हुए शासन-प्रशासन इस पर विचार कर रहा है।

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