वाराणसी के लोगों के लिए खुशखबरी, सारनाथ से रिंग रोड तक बनेगी 1.18 Km एलिवेटेड सड़क; कई जिलों को मिलेगा फायदा
वाराणसी के लोगों के लिए खुशखबरी है। शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने के लिए प्रदेश सरकार ने एक और बड़ी पहल की है। सारनाथ से रिंग रोड तक करीब 1.18 किलोमीटर (1180 मीटर) एलिवेटेड सड़क बनाने की तैयारी ने जोर पकड़ लिया है। इस फोरलेन परियोजना से गोरखपुर आजमगढ़ मऊ गाजीपुर बलिया और हरहुआ की तरफ से आने वाले वाहनों को जाम में नहीं फंसना होगा।

संग्राम सिंह, वाराणसी। शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने के लिए प्रदेश सरकार ने एक और बड़ी पहल की है। सारनाथ से रिंग रोड तक करीब 1.18 किलोमीटर (1180 मीटर) एलिवेटेड सड़क बनाने की तैयारी ने जोर पकड़ लिया है। इस फोरलेन परियोजना से गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, बलिया, और हरहुआ की तरफ से आने वाले वाहनों को जाम में नहीं फंसना होगा।
पर्यटकों को सबसे ज्यादा फायदा होगा, वे इस एलिवेटेड सड़क से आसानी से पहुंच सकेंगे। यह परियोजना डायट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) कार्यालय के निकट से शुरू होगी, जिसे रिंग रोड पर खजुई गांव के पास खत्म किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम को 161.36 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति मिली है, इसमें 56.47 करोड़ रुपये की पहली किस्त अवमुक्त कर दी गई है। हालांकि प्रस्तावित राशि के तुलना में करीब 17.95 करोड़ रुपये की कटौती की गई है। विभाग की तरफ से पहले करीब 179.30 करोड़ रुपये की परियोजना प्रस्तावित की गई थी। अब इंजीनियर नए सिरे से सर्वे कराने में जुटे हैं जबकि दो माह में टेंडर जारी करने की तैयारी चल रही है।
18 प्रतिशत जीएसटी भी अनुमन्य कर दी गई है। विभाग अपने स्तर से सुनिश्चित करेगा कि अलग-अलग कार्यमदों में जीएसटी अलग से शामिल नहीं किया जाए। परियोजना के लिए 1.4775 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, इसके लिए 31.43 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है।
संपत्तियां हटाने और वृक्षों की कटाई के लिए बजट आवंटित
एलिवेटेड सड़क के लिए निर्धारित रूट पर सरकारी संपत्तियां हटाने के लिए यूपी राज्य सेतु निगम ने विभागों को पत्र लिखा है। वन विभाग को वृक्षों की कटाई करनी होगी जबकि भूमि अध्याप्ति के लिए राजस्व विभाग की तरफ से भूमि की मापी का कार्य पूरा किया जा रहा है।
इस समय रिंग रोड से सारनाथ आने के लिए दो लेन की सड़क है, लेकिन वाहनों की संख्या अधिक और चौड़ाई कम होने के कारण देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को दिक्कत होती है। इस परियोजना की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
विभागवार परिसंपत्तियों की शिफ्टिंग की जिम्मेदारी
रिंग रोड से कस्तूरबा गांधी विद्यालय होते हुए सारनाथ रेलवे स्टेशन रोड तक फोरलेन सड़क बनने के बाद पर्यटकों को काफी लाभ मिलेगा। इसी सप्ताह परियोजना को स्वीकृति मिली है। शीघ्र ही काम शुरू करने वाले हैं। -- एसके निरंजन, परियोजना प्रबंधक, उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम।
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