Varanasi News: करंट की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत, कपड़ा सुखाते समय हुआ हादसा
Varanasi News वाराणसी के भोजूबीर में कपड़ा सुखाने के दौरान करंट लगने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की दुखद मौत हो गई। मोटर पंप के लिए लगाए गए बेतरतीब तारों से यह हादसा हुआ जिसमें पिता पुत्र और बहू की जान चली गई। इस घटना से परिवार में दो छोटी बच्चियां और एक वृद्ध महिला बेसहारा हो गई हैं।

संवाद सहयोगी, जागरण वाराणसी। कपड़ा सुखाने के लिए लगाए गए लोहे के तार में उतरे करंट की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। कैंट थाना क्षेत्र के सरसौली भोजूबीर में हुई घटना में तीनों की जान एक-दूसरे को बचाने में चली गई। परिवार संभालने वाले तीन लोगों की मौत से दो बच्चियां, वृद्धा व मानसिक रूप से बीमार युवक बेसहारा हो गए। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच की।
राजन जायसवाल (65 वर्ष) परिवार के साथ सरसौली में लबे रोड स्थित मकान में रहते थे। परिवार में बुजुर्ग मां दुर्गा, मानसिक रूप से बीमार अविवाहित बड़ा बेटा दिनेश, छोटा बेटा सोनू (35 वर्ष), उसकी पत्नी प्रीति जायसवाल (28 वर्ष) उनकी बेटियां चार साल की नैंसी और आठ साल की शिवांगी थी। चार कमरों के पुराने मकान में बिजली आपूर्ति के लिए बेतरतीब तरीके से तार फैलाए गए थे।
पानी के लिए लगाए गए मोटर पंप को भी चलाने के लिए बिजली का मोटा तार मेन कनेक्शन से सीधे लाकर बाथरूम से पास लगे छड़ से बांधा गया था। गीला कपड़ा सुखाने के लिए इसी छड़ से लोहे का तार बांधा गया था। बिजली के तार के ऊपर लोहे का तार बांधे जाने से बिजली का तार क्षतिग्रस्त हो गया था।

भोजूबीर सरसौली वार्ड सब्जीमंडी के पास एक मकान में कपड़ा सुखने के लिए बांधे गए जीआई तार और टूल्लु का केबल आपस में सटा था, जिसमें उतरे करंट ने तीन लोगो की जान ले लिया दिखाते क्षेत्रिय लोग। जागरण
मंगलवार को प्रीति बड़ी बेटी को स्कूल भेजकर सुबह साढ़े नौ बजे नहाने चली गई। पानी के लिए उसने मोटर पंप चालू किया था। नहाने के बाद बाथरूम से निकलकर गीले कपड़े लोहे के तार पर डालने लगी। इस दौरान क्षतिग्रस्त बिजली के तार से करंट लोहे के छड़ और उससे बंधे लोहे के तार में उतर रहा था। प्रीति करंट की चपेट में आकर तड़पने लगी। उसे तड़पता देख पास में ही बैठी बुजुर्ग दुर्गा शोर मचाने लगीं।
उनकी आवाज सुनकर कमरे में छोटी बेटी के साथ मौजूद सोनू भागकर आया और बिना किसी सावधानी के प्रीति को लोहे के तार से अलग करने की कोशिश करने लगा। इसके चलते वह भी करंट की चपेट में आ गया। चीख-पुकार सुनकर राजन भी पहुंच गए और बिना कुछ सोचे-समझे बेटे और बहू को बचाने के लिए नंगे हाथों से उन्हें तार से अलग करने लगे।
इसे भी पढ़ें- Namo Ghat जाने के लिए अब जाम में नहीं फंसेंगे, भदऊंचुंगी अंडरपास होगा चौड़ा; दोनों तरफ बनेगा एक-एक लेन
इस वजह से वह भी करंट की चपेट में आकर तड़पने लगे। थोड़ी ही देर में तीनों तड़पते हुए गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। बुजुर्ग दुर्गा उनको तड़पकर मरते देखती रही लेकिन कुछ कर नहीं पाई। शोर-शराब सुनकर दिनेश और आसपास के लोग आए। बिजली के तार को हटाकर मोटर पंप बंद किया। तीनों को पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

भोजूबीर सरसौली वार्ड सब्जीमंडी के पास एक मकान में कपड़ा सुखने के लिए बांधे गए जीआई तार और टूल्लु का केबल आपस में सटा था, जिसमें उतरे करंट ने तीन लोगो की जान ले लिया। परिवार में बची बुढ़ी दादी व बच्चियों को सांत्वना देते लोग। जागरण
कमाने वाले बाप-बेटे की चली गई जान
करंट की चपेट में आने से परिवार के कमाने वालों की जान चली गई। राजन का परिवार आर्थिक रूप से ज्यादा मजबूत नहीं था। परिवार का खर्च चलाने के लिए राजन भोजूबीर स्थित सिंध बेकरी में काम करते थे। सोनू पत्नी के सहयोग से घर के बाहर सड़क पर फास्ट फूड की दुकान लगाता था। मानसिक रूप से बीमार होने की वजह से दिनेश कुछ नहीं करता। दोनों कमाने वालों की मौत के बाद परिवार में बची दो बच्चियां नैंसी व शिवांगी, बुजुर्ग दुर्गा व दिनेश की देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा।
इसे भी पढ़ें- Varanasi News: जान पर भारी पड़ रही गंगा स्नान में लापरवाही, एक गलत कदम से मुश्किल में फंस सकती है जान
दस साल पहले करंट से हुई थी भाई की मौत
राजन के छोटे भाई विपिन जायसवाल की मौत भी इसी मकान में करंट लगने से हुई थी। दस साल पहले की बात है। विपिन बरसात के दौरान इनवर्टर ठीक कर रहे थे। इसी दौरान करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई।

कौन देगा सहारा ...भोजूबीर सरसौली वार्ड सब्जीमंडी के पास एक मकान में कपड़ा सुखने के लिए बांधे गए जीआई तार और टूल्लु का केबल आपस में सटा था, जिसमें उतरे करंट ने तीन लोगो की जान ले लिया। माता-पिता-दादा की मौत से हतप्रभ बुढ़ी दादी के पास खड़ी कड़ी बच्ची के आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे, छोटी को समझ नही आ रहा था सब क्यों रो रहे है।-नवनीत रत्न पाठक
बेतरतीब तरीके से घर में फैलाए गए तार
राजन के घर में बिजली के तार बेतरतीब तरीके से फैले हुए थे। डीप फ्रीजर, मोटर पंप जैसे अधिक बिजली खपत करने वाले उपकरणों को चलाने के लिए मेन कनेक्शन को बाइपास करके सीधे चलाया जाता था। इसकी वजह से पंप के लिए लगाए गए तार में करंट का तेज प्रवाह था जिसकी वजह से तीन लोगों की जान चली गई।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।