Varanasi News: सड़कों के चौड़ीकरण से सरपट दौड़ेंगे वाहन, काशी दर्शन को जल्द चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें; बदलेगी शहर की तस्वीर
पुरातन को सहेजे बनारस अधुनातन जमाने से कदमताल कर रहा है। लंबी-लंबी लग्जरी गाड़ियां सड़कों पर फर्राटा भर रही हैं। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंत ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, वाराणसी। Varanasi News: कभी बनारस को कदमों से माप देते थे बनारसी। रिक्शे पर पीछे बैठ मुंह में पान जमाए शाम को घाटों की ओर गलियों की तरह सड़कों पर निकलते थे लेकिन अब इस बनारस को घेरता दूसरा बनारस आधुनिक जमाने से कदम मिला रहा है। लंबी-लंबी लग्जरी गाड़ियां सड़कों पर फर्राटा भर रही हैं।
बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का विस्तारीकरण का रास्ता साफ हो गया है जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। हवाई अड्डे से शहर की ओर बढ़ते ही कनेक्टिविटी के नजरिए से बदलाव साफ नजर आता है।
बनारस और चंदौली को जोड़ने के लिए रिंग रोड के तीसरे फेज का काम तेजी से चल रहा है। इसी प्रकार हाईवे और रिंग रोड से आने वाली छह सड़कों का चौड़ीकरण के साथ कज्जाकपुरा रेलवे ब्रिज बनने के साथ वर्ष 2024 में परिवहन व्यवस्था और बेहतर हो जाएगी।
काशी दर्शन के लिए इलेक्ट्रिक बसें
फुलवरिया फोरलेन बनने से शहर का जाम काफी हद तक खत्म हो गया है। वहीं, काशी दर्शन के लिए इलेक्ट्रिक बसें जल्द ही शहर में दौड़ती नजर अएंगी। वहीं, दूसरे राज्यों तक चलने वाली लग्जरी बसें यहां की जीवन शैली को बदल देगी। इसको लेकर मंथन तेजी से चल रहा है। रोपवे के पहले चरण का काम कैंट रेलवे स्टेशन से रथयात्रा तक पूरा हो जाएगा। वहीं, गंगा में जल परिवहन ने नए रोमांच का अहसास कराएगी।
- हाईवे व रिंग रोड से आने वाली छह सड़कों का हो रहा है चौड़ीकरण
- पर्यटकों की सुविधा के लिए सारनाथ में कराया जा रहा है सुंदरीकरण
- शहर के बीच कज्जाकपुरा रेलवे ओवरब्रिज बनने से खत्म होगा जाम
बलिया से बनारस तक गंगा में करीब 20 करोड़ से 19 जेटी का निर्माण पूरा हो चुका है। नए साल से यहां पर जल परिवहन को बढ़ावा दिया जाएगा। क्रूज व नाव का ठहराव किया जाएगा।
जनवरी में दो इलेक्ट्रिक बोट की आमद होगी, इसी तरह हाईड्रोजन से चलने वाले बोट का निर्माण पूरा हो चुका है। ट्रायल चल रहा है, फरवरी तक बनारस आएगा। पर्यटन विभाग अपनी देखरेख में संचालन गंगा में करेगा।
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वर्ष 2024 में यह परियोजनाएं हो जाएगी पूरी
- 72 करोड़ में प्रो पुअर योजना से सारनाथ में सुंदरीकरण -144.52 करोड़ रुपये से कज्जाकपुरा रेलवे ओवरब्रिज
- 32.76 करोड़ रुपये से बाबतपुर-मंगारी चौबेपुर मार्ग रेलवे ओवरब्रिज।
- 241.80 करोड़ से लहरतारा से बीएचयू वाया कीनाराम आश्रम तक।
- 272 करोड़ से कलेक्ट्री फार्म से रिंग रोड़ तक फोरलेन सड़क।
- 224.22 करोड़ में पांडेयपुर से आजमगढ़ रिंग रोड वाया काली मंदिर।
- 412.53 करोड़ में मोहससराय से कैंट रेलवे स्टेशन।-212 करोड़ में कचहरी से संदहा।
- 198 करोड़ में पड़ाव से टेंगरा मोड़।
- 17.07 करोड़ में चंद्रप्रभुजी की जन्मस्थली पक्का घाट।
वीडीए उपाध्य पुलकित गर्ग के अनुसार, बौद्ध तीर्थ स्थलों में एक सारनाथ भी है। यहां रोज हजारों की संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रो पुअर पर्यटन विकास योजना से विकास कार्य कराएं जा रहे हैं। आने पर्यटकों की सुविधा के लिए वाहन पार्किंग, ओपेन थियटर, पाथवे, सड़क, स्ट्रीट बाजार संग कई विकास कार्य कराए जा रहे हैं।
लोक निर्माण मुख्य अभियंता एके द्विवेदी के अनुसार, श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के साथ पर्यटकों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। पर्यटकों की सुविधा के लिए हाईवे और रिंग रोड से आने वाली छह सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। इन सभी सड़कों के चौड़ीकरण का काम अगले वर्ष पूरा हो जाएगा। इससे परिवहन व्यवस्था सुगम हो जाएगी।
सेतु निगम मुख्य परियोजना प्रबंधक दीपक गोविल के अनुसार, शहर के बीच कज्जाकपुरा रेलवे ओवरब्रिज बनने के साथ चौकाघाट और अंधरापुल पर जाम पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। बलिया, गाजीपुर, मऊ और चंदौली जिले से आने वाले पर्यटक आशापुर होते हुए सीधे कज्जाकपुरा आरओबी से मंदिर और गंगा घाट पहुंच जाएंगे। साथ ही स्थानीय लोगों को काफी फायदा होगा।
उप निदेशक पर्यटन आरके रावत का कहना है कि भगवान चंद्रप्रभुजी की जन्मस्थली के पास करीब 200 मीटर लंबा पक्के घाट का निर्माण हो रहा है। तीन प्लेटफार्म और घाट का हेरिटेज लुक होगा। गाबियन और रेटेशन वाल से घाट तैयार होगा। निर्माण पूरी तरह से ईको फ्रेंडली होगा। यहां टायलेट, पोर्टेबल चेंजिंग रूम, साइनेजेस, पार्किंग, हेरिटेज लाइट, बैठने के लिए पत्थर के बेंच होंगे और पत्थरों से बनी जालीनुमा खूबसूरत रेलिंग लगाई जाएगी।
चमक उठेगा रेलवे का चेहरा
वर्ष 2024 में रेलवे का चेहरा चमक उठेगा। इसलिए कि 5560 करोड़ की विकास योजनाएं जमीन पर उतरेंगी। 481 करोड़ की लागत से बनारस और वाराणसी सिटी समेत 15 रेलवे स्टेशन पुर्ननिर्माण के कारण नए रंग रूप में नजर आएंगे। स्टेशनों की सुविधाएं भी यात्रियों को लुभाएंगी। मंडल में सभी रेलखंडों का दोहरीकरण होने के बावजूद जूझी प्रयागराज रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार सौ किमी. प्रतिघंटा पर अटकी है, जो वर्ष 2024 के 130 का आंकड़ा छू लेगी। गाजीपुर से पटना और बलिया से छपरा तक की राह आसान हो जाएगी।
- 2484 कराेड़ से बनेगा वाराणसी-प्रयागराज रेलखंड का दोहरीकरण और झूसी पुल बनकर तैयार होगा।
- 830 करोड़ से बलिया-छपरा रेलखंड और माझी पुल बनकर तैयार होगा।
- 1765 करोड़ की लागत से गाजीपुर सिटी-ताड़ीघाट रेलखंड पर गंगा पुल बनेगा।
- 130 किमी. प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी।
- 13 रूम कैंट स्टेशन पर स्टार रेटिंग होटल जैसे कम खर्च में मिलेंगे।
- 40 डोरमेट्री कैंट स्टेशन पर मिलेंगे।
- गाजीपुर से पटना जाने का वैकल्पिक मार्ग तैयार होगा।
- बनारस, वाराणसी सिटी, मऊ, देवरिया सदर, बलिया, आजमगढ़, बेल्थरा रोड, गाजीपुर सिटी आदि स्टेशन नए आलीशान भवन में संचालित होने संग यात्री सुविधाएं समेटे रहेंगी।
बनारस रेल डीआरएम विनीत कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, ‘सिटी सेंटर के रूप में विकसित होने लगे हैं, रेलवे स्टेशन। बनारस स्टेशन पर कोच रेस्टोरेंट, अस्पताल बनने संग आंशिक शुरुआत होचुकी है। वर्ष 2024 रेल और रेल यात्री दोनों के सपनों को पूरा करने वाला होगा। रेलमंडल में ट्रेनों की रफ्तार 130 तक पहुंचेगी। आगामी वर्ष में दो पुल बनाकर रफ्तार के लक्ष्य अर्जित कर लेंगे। अमृत भारत योजना में तैयार 15 रेलवे स्टेशन हमारे लक्ष्य को पंख लगाएंगे।’
स्टेशन डायरेक्टर गौरव दीक्षित के अनुसार, ‘प्लेटफार्म नंबर 11 नए वर्ष शुरू होगा। यात्रियों को ठहरने के लिए एसी कमरे और डोरमेट्री उपलब्ध होंगे।’
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