वाराणसी में भारी कोहरे की वजह से नई वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह के बजाय शाम को रवाना
वाराणसी में कोहरे के कारण वंदे भारत एक्सप्रेस कई घंटे लेट हुई। गाड़ी संख्या 22415 सुबह 6 बजे के बजाय दोपहर 2.35 बजे नई दिल्ली के लिए रवाना हुई। अन्य ट ...और पढ़ें

ट्रेन के देरी से गुजरने की वजह से यात्रियों को भी फजीहत का सामना करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। कोहरे की धुंध के कारण सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का पहिया ठिठुर गया है। गाड़ी संख्या - 22415 वंदे भारत एक्सप्रेस गुरुवार को सुबह छह बजे के बजाय दोपहर 2.35 बजे नई दिल्ली के लिए रवाना हुई। इससे पहले, गाड़ी संख्या - 22416 वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार की रात 11.05 बजे के स्थान पर अगले दिन सुबह 9.30 बजे कैंट स्टेशन पहुंची थी। इसे 8.30 घंटे री-शेड्यूल (समय पुनर्निर्धारण) करके चलाया गया।
इसके अतिरिक्त, अन्य ट्रेनों में भी विलंब देखा गया। इंदौर - वाराणसी काशी महाकाल एक्सप्रेस 9 घंटे, एसएमवीटी बैंगलूरू - गोमतीनगर फेयर स्पेशल 11 घंटे, हावड़ा- प्रयागराज विभूति एक्सप्रेस 9 घंटे, और नई दिल्ली - जयनगर स्वतन्त्रता सेनानी एक्सप्रेस 9 घंटे तक विलंबित रही। जोधपुर - वाराणसी सिटी मरूधर एक्सप्रेस 6.30 घंटे, नई दिल्ली- बनारस शिवगंगा एक्सप्रेस 5 घंटे, नई दिल्ली- बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस साढ़े 5 घंटे, हापा - नाहरलगुन स्पेशल 4.30 घंटे और देहरादून - बनारस जनता एक्सप्रेस 5 घंटे की देरी से आई।
विशाखापत्तनम- बनारस एक्सप्रेस 3.30 घंटे, हावड़ा - अमृतसर पंजाब मेल 3 घंटे की देरी से गुजरी। इस स्थिति ने यात्रियों को काफी परेशान किया है, क्योंकि समय पर यात्रा करने की उम्मीद रखने वाले यात्रियों को अनावश्यक देरी का सामना करना पड़ा।
कोहरे के कारण ट्रेनों के समय में बदलाव एक सामान्य समस्या बन गई है, विशेषकर सर्दियों के मौसम में। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए समय-समय पर सूचनाएं जारी की हैं, लेकिन फिर भी कई यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है।
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले अपने ट्रेन के समय की पुष्टि अवश्य कर लें और रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर नजर रखें। इस प्रकार की घटनाएं रेलवे की कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता को दर्शाती हैं, ताकि भविष्य में यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिल सकें। वंदे भारत एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों के समय में बदलाव ने एक बार फिर से रेलवे की चुनौतियों को उजागर किया है, जिसे समय पर समाधान की आवश्यकता है।

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