काशी विश्वनाथ मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़, दोपहर तक दो लाख लोगों ने किया दर्शन, प्रशासन को करनी पड़ रही कड़ी मशक्कत
नए साल के स्वागत में काशी विश्वनाथ मंदिर और अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। शनिवार दोपहर तक दो लाख से अधिक भक्तों ने बाबा विश्वना ...और पढ़ें

मंदिर प्रशासन ने बैरिकेडिंग और यातायात नियंत्रण जैसे विशेष इंतजाम किए हैं, ताकि भक्तों को सुगम दर्शन हो सके।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। नए साल के स्वागत और वर्ष 2025 के विदायी की बेला पर काशी में आस्थावानों की भीड़ मानो चरम पर जा पहुंची है। शनिवार को श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ बाबा दरबार और दशाश्वमेध क्षेत्र में पसर गई कि पुलिस और प्रशासन को मोर्चा संभालना पड़ गया।
दोपहर तक ही दो लाख से अधिक भक्तों ने बाबा दरबार में हाजिरी लगा दी। भक्तों की भीड़ की वजह से मंदिर प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से भी सक्रियता दिखाते हुए भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास शुरू किया गया।
काशी विश्वनाथ मंदिर में दोपहर तक दो लाख भक्तों ने दर्शन कर लिया था तो भारी भीड़ के आगे प्रशासन भी दोपहर तक हांफने लगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर विशिष्ट तीर्थ क्षेत्र एसडीएम शंभू शरण ने बताया कि भारी भीड़ का आगमन काशी में हो रहा है। इसके लिए अतिरिक्त प्रयास करना पड़ रहा है ताकि मंदिर में व्यवस्था बनाई जा सके। वहीं पुलिस और यातायात के कर्मी मंदिर परिक्षेत्र के आसपास यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने में सुबह से ही लगे रहे।
नए वर्ष से पहले काशी में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ देखने को मिल रही है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के साथ-साथ गंगा स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु और पर्यटक काशी पहुंच रहे हैं। हर कोई चाहता है कि नए वर्ष पर बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के स्नान के साथ नए वर्ष की शुरुआत हो।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर विशिष्ट तीर्थ क्षेत्र के एसडीएम शंभू शरण ने बताया कि महादेव के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ की संख्या ज्यादा है। शनिवार दोपहर तक सुबह से करीब दो लाख से ज्यादा लोग दर्शन कर चुके हैं। लगातार इस भीड़ को देखते हुए जो काशी विश्वनाथ में बैरकेडिंग की व्यवस्था थी वह सुनिश्चित कर दी गई है। जो श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं वह बैरिकेडिंंग के अंदर होकर ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन कर रहे हैं।
जो भी श्रद्धालु काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं वह सिर्फ झांकी दर्शन ही कर पा रहे हैं। सारी व्यवस्थाएं जो महाकुंभ और सावन के समय रहती हैं वही व्यवस्था चालू कर दी गई है। एसडीएम ने बताया कि हमारे लिए सारे श्रद्धालु वीवीआईपी हैं। लेकिन जो भी लोग प्रोटोकॉल से आते हैं उनके लिए एक अलग से गेट बनाया गया है।
इस गेट के रास्ते ही लोगों को बाबा विश्वनाथ का दर्शन कराया जाएगा। बाबा विश्वनाथ मंदिर की तरफ से लगातार श्रद्धालुओं को एनाउंसमेंट के जरिए हिदायत दी जा रही है कि आप लोग आसानी और सुलभ दर्शन के लिए बैरिकेडिंग से दर्शन कर सकते हैं। इसके साथ ही किस दर्शनार्थी को किस गेट से आना है उनके लिए भी घोषणा की जा रही है ताकि श्रद्धालुओं को सुविधाजनक दर्शन कराया जा सके।
दूसरी ओर गंगा में नौकाओं के संचालन पर भी निगाह रखी जा रही है। कोहरे और गलन के बीच नौकाओं पर भी भारी भीड़ को देखते हुए जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम लगातार नजर रख रही है। गंगा के विभिन्न घाटों से नौका संचालन को लेकर भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
जबकि सारनाथ, संकटमोचन, दशाश्वमेध घाट के साथ नमो घाट और अस्सी घाट पर भी आस्थावानों का रेला उमड़ पड़ा है। यातायात सुगमता को देखते हुए कई जगहों पर वाहनों का संचालन रोक दिया गया है। लिहाजा गलियों से लेकर सड़क तक लोगों की अटूट कतार आधी रात तक नजर आ रही है।

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