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    बलिया और गाजीपुर में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे का बजट आवंटित, मांझी में बनेगा एक और सेतु

    By Saurabh ChakravartyEdited By:
    Updated: Mon, 14 Jun 2021 04:45 PM (IST)

    केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जिले को ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे की सौगात दी है। इसका 118 किलोमीटर लंबा दायरा होगा। गाजीपुर से मांझी तक बनेगा। छपरा (बिहार) के रिविलगंज बाईपास से जुड़ेगा। 2025 तक इसे शत प्रतिशत पूरा किया जाना है।

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    केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जिले को ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे की सौगात दी है।

    बलिया [लवकुश सिंह]। केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जिले को ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे की सौगात दी है। इसका 118 किलोमीटर लंबा दायरा होगा। गाजीपुर से मांझी तक बनेगा। छपरा (बिहार) के रिविलगंज बाईपास से जुड़ेगा। रिविलगंज में 200 करोड़ से सात किलोमीटर लंबा बाईपास बनाने का कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। मांझी में जयप्रभा सेतु से अलग एक सेतु का निर्माण सरयू नदी में किया जाएगा। एनएचएआइ के अफसरों की मानें तो प्राेजेक्ट पर पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। बजट आवंटित कर दिया गया है। गाजीपुर से बलिया तक कुल चार तहसीलों से होकर यह गुजरेगा। इसमें गाजीपुर सदर, मुहम्मदाबाद (मऊ), बलिया के सदर व बैरिया तहसील और बिहार के छपरा का रिविलगंज प्रखंड शामिल हैं। दिसंबर से काम शुरू करने की तैयारी है। 2025 तक इसे शत प्रतिशत पूरा किया जाना है। दोनों तरफ पेड़-पौधों की हरियाली होगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा।

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    एक्सप्रेस-वे का यह रूट प्रस्तावित

    एनएचएआइ के तकनीकी प्रबंधक योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वाराणसी से गोरखपुर जाने वाले एनएच-24 के पास गाजीपुर के जंगीपुर से यह एक्सप्रेस-वे शुरू होगा। वहां से मुहम्मदाबाद होते हुए बलिया में माल्देपुर, जनाड़ी, तथा बलिया सदर के दक्षिणी छोर से निकलेगा। सोनवानी होते हुए टेंगरही बिड़ला बंधे से बाईपास मठ योगेन्द्र गिरी, मांझी होते हुए बिहार के रिविलगंज बाईपास में मिलेगा। इसके बनने से पूर्वांचल का उद्धार तो होगा ही, गाजीपुर, बलिया, बिहार के छपरा आदि जिलों में विकास के नए द्वार खुलेंगे। जंगीपुर से यह 14 किमी आगे बढ़ने पर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को क्रास करेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से इसे लिंक किया जाएगा।

    कटान से भी मिलेगी राहत

    बलिया में गंगा नदी के कटान से भी हर साल भारी क्षति होती है। एक्सप्रेस वे के बनने के बाद कटान से भी लोगों को राहत मिलेगी। बलिया शहर, माल्देयपुर सहित द्वाबा के भी कई इलाके सुरक्षित हो जाएंगे।

    एक्सप्रेस-वे के लिए जुलाई से अक्टूबर तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चलेगी

    एक्सप्रेस-वे के लिए जुलाई से अक्टूबर तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चलेगी। सर्किल रेट के शहरी क्षेत्र में चार गुना व ग्रामीण क्षेत्र में दो गुना मूल्य पर मुआवजा किसानों को दिया जाएगा। सितंबर तक इसकी निविदा आमंत्रित की जाएगी। दिसंबर से कार्य प्रारंभ होगा।

    - पंकज पवार, परियोजना प्रबंधक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, आजमगढ़