काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मालवीय जयंती पर पुष्प प्रदर्शनी, पीएम मोदी ने किया नमन
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर वार्षिक मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ। तीन दिवसीय आयोजन में बागवा ...और पढ़ें

पीएम मोदी ने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदानों को याद किया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के अवसर पर उनकी बगिया की वार्षिक मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन गुरुवार को हुआ। यह तीन दिवसीय आयोजन 27 दिसंबर तक मालवीय भवन में आयोजित किया जाएगा। इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य समाज में बागवानी और पुष्प कला की समृद्ध परंपरा का उत्सव मनाना है।
इस वर्ष की प्रदर्शनी को चंद्रयान मिशन की सफलता और प्रयागराज के माघ मेले से जुड़ी जैविक खेती की भावना पर आधारित किया गया है। प्रदर्शनी में हरियाली को बढ़ावा देने के साथ-साथ जैविक खेती, फलों, फूलों, सब्जियों और पौधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। प्रमुख आकर्षणों में रसायन मुक्त सब्जियों, पौधों की दुर्लभ प्रजातियों और विश्वविद्यालय परिसर से एकत्रित सूखी पत्तियों से तैयार उच्च गुणवत्ता वाली जैविक खाद (पत्ती खाद) की प्रदर्शनी और बिक्री शामिल है।
यह आयोजन हर साल वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों के सैकड़ों प्रतिभागियों को आकर्षित करता है। इस वर्ष भी बीएचयू के अलावा बरेका, रेलवे, जिला उद्यान विभाग, केंद्रीय कारागार, 39 जीटीसी, एयरपोर्ट प्राधिकरण और तिब्बती संस्थान सहित विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
प्रदर्शनी में उपस्थित लोगों को बागवानी के महत्व और जैविक खेती के लाभों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही, विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें विशेषज्ञ बागवानी और पौधों की देखभाल के बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं। प्रदर्शनी में देश की तकनीकी दक्षता को फूलों से दर्शाया गया है।
इस प्रदर्शनी का उद्देश्य न केवल बागवानी को बढ़ावा देना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि लोग जैविक खेती के प्रति जागरूक हों और अपने जीवन में इसे अपनाएं। प्रदर्शनी में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को अपने अनुभव साझा करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे एक-दूसरे से सीख सकें।
इस प्रकार, मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव है, बल्कि यह समाज में पर्यावरण संरक्षण और जैविक खेती के प्रति जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण मंच भी है। इस आयोजन के माध्यम से, हम सभी को मिलकर एक हरित और स्वस्थ भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाने की प्रेरणा मिलेगी।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने लिखा
मातृभूमि की सेवा में आजीवन समर्पित रहे भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। उन्होंने गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए समाज सुधार के साथ राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। देश के शिक्षा जगत में उनका अतुलनीय योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।

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