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    बनारसी वस्त्र उद्योग विवाद समाधान से व्यापारियों को मिली 13 करोड़ रुपये की राहत

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 07:08 PM (IST)

    वाराणसी में समृद्ध बनारसी वस्त्र उद्योग को संजीवनी देने का प्रयास जारी है। इसी क्रम में एसोसिएशन ने देसावर विवाद समिति के माध्यम से 200 से अधिक विवादों का निपटारा किया जिससे व्यापारियों को लगभग 13 करोड़ रुपये की वसूली हुई। पूर्व विधान परिषद सदस्य अशोक धवन ने इसे देश के लिए रोल माडल बताया।

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    वाराणसी में समृद्ध बनारसी वस्त्र उद्योग को संजीवनी देने का प्रयास जारी है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। बनारसी वस्त्र उद्योग एसोसिएशन की ओर से रविवार की शाम होटल सूर्या में साधारण सभा एवं व्यावसायिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

    इसमें घोषणा की गई कि एसोसिएशन की ‘देसावर विवाद समिति’ की सक्रिय पहल से वर्ष 2023 से 2025 के बीच 200 से अधिक विवादों का सफल निस्तारण हुआ और व्यापारियों को लगभग 12 से 13 करोड़ रुपये की फंसी हुई राशि की रिकवरी हुई। यह उपलब्धि केवल आर्थिक राहत नहीं है, बल्कि बनारसी वस्त्र उद्योग की विश्वसनीयता, संगठन की ताक़त और सामूहिक नेतृत्व की मिसाल भी है।

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    मुख्य अतिथि पूर्व विधान परिषद सदस्य एवं एसोसिएशन के संरक्षक अशोक धवन ने कहा कि बनारसी वस्त्र उद्योग अब केवल कुटीर परंपरा तक सीमित नहीं रह सकता। इसे संगठित इंडस्ट्री के रूप में वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना होगा। उन्होंने एसोसिएशन की इस उपलब्धि को पूरे देश के लिए रोल माडल बताते हुए आश्वासन दिया कि उद्योग जगत और सरकार के बीच समन्वय के लिए वे सदैव उपलब्ध रहेंगे।

    एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम दास गुजराती ने बताया कि बनारसी वस्त्र उद्योग आज लगभग 7000 करोड़ रुपये सालाना कारोबार के साथ पांच लाख से अधिक परिवारों की आजीविका का आधार है। वाराणसी जनपद के जीएसटी राजस्व में लगभग 50 प्रतिशत योगदान इसी उद्योग से आता है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार नीतिगत सहयोग और निर्यात प्रोत्साहन बढ़ाए, तो यह उद्योग भारत की आर्थिक शक्ति का प्रमुख स्तंभ बन सकता है।

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    महामंत्री देवेंद्र मोहन पाठक ने कहा कि व्यापारियों की खून-पसीने की कमाई वर्षों से विवादों में फंसी हुई थी। ‘देसावर विवाद समिति’ की संस्थागत कार्यवाही ने न केवल धनराशि वापस दिलाई, बल्कि एसोसिएशन की पारदर्शी कार्यशैली और सामूहिक संघर्ष क्षमता को भी प्रमाणित किया। इस अवसर पर एसोसिएशन की आधिकारिक वेबसाइट का भी शुभारंभ किया गया। पंकज शाह ने बताया कि 1962 से सक्रिय एसोसिएशन आज लगभग 1000 सदस्यों के साथ कार्यरत है।

    कार्यक्रम में अपर आयुक्त उद्योग उमेश कुमार सिंह, उपायुक्त मोहन कुमार शर्मा, हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग विभाग के सहायक आयुक्त अरुण कुमार कुरील, विनोद कुमार वर्मा, एचडीएफसी बैंक के जोनल हेड मनीष टंडन ने व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समाधान का आश्वासन दिया। इस मौके पर शैलेन्द्र रस्तोगी, पवन कुमार मोदी, सचिन कुमार रतेरीया, नवनीत लाल टंडन, नरोत्तम अढ़तिया, राजेन्द्र कपूर, जगदीश दास शाह, मुकुन्द लाल टंडन आदि उपस्थित थे। संचालन अतुल सेठ व धन्यवाद ज्ञापन गुरूप्रीत रूपानी ने किया।

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