MP के इंजीनियर असद खान बने 'अथर्व त्यागी', बोले- बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार से आहत था
असद खान ने वाराणसी में गंगा नदी के बीच नाव पर 21 ब्राह्मणों की उपस्थिति में सनातन धर्म में घर वापसी की। शुद्धिकरण प्रक्रिया के बाद उन्हें अथर्व त्यागी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, वाराणसी। गंगा के बीच में नाव पर 21 ब्राह्मणों द्वारा मंत्रोच्चारण के बीच मध्य प्रदेश से आए असद खान ने सनातन धर्म में घर वापसी की और शुद्धिकरण प्रक्रिया के बाद अथर्व बन गए।
असद यानी अथर्व ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से काशी के ब्राह्मणों से अपनी घर वापसी संस्कार के लिए संपर्क किया। असद की घर वापसी का अनुष्ठान कराने वाले आलोक योगी ने बताया कि पहले असद का शुद्धिकरण किया गया।
उसके बाद पूजन करा कर उनके घर वापसी की प्रक्रिया पूरी की गई और उनका नामकरण किया गया। उन्हें नया नाम अथर्व त्यागी प्रदान किया गया।
अथर्व ने बताया कि वह इंजीनियर हैं और मध्य प्रदेश के सागर जिले का रहने वाले हैं। सागर में उसका पूरा परिवार रहता है जो अब भी इस्लाम का अनुयायी है।
सागर ने बताया कि वह बचपन से ही मंदिरों में जाते थे और पूजा-पाठ करते थे, लेकिन बड़े होने के बाद उनका नाम असद होने के कारण उसे मंदिरों में जाने में परेशानी होने लगी। असद बजरंग बली के भक्त हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ मारपीट से उनका मन काफी आहत हुआ और उसके बाद यह निर्णय लिया।

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