Varanasi MLC Election Result 2022 : अन्नपूर्णा सिंह ने बतौर निर्दल प्रत्याशी आसानी से वाराणसी एमएलसी सीट जीती
MLC Election Result 2022 वाराणसी में बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने बतौर निर्दल उम्मीदवार चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की थी। परिणाम भी उनके पक्ष में आया और सपा के साथ भाजपा उम्मीदवार भी चित हो गए।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एमएलसी चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार ने जहां जीत हासिल की है वहीं पार्टी का उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहा। स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य चुनाव की सीट पर कपसेठी हाउस पांचवीं बार कब्जा जमाने में सफल रहा। निर्दल प्रत्याशी के रूप में अन्नपूर्णा सिंह ने इस सीट पर दूसरी बार भारी बहुमत से जीत हासिल कीं। इस तरह तीन दशक से यह सीट एक ही परिवार के पास बरकरार है।
एमएलसी प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह की शादी बृजेश सिंह से 1991 में हुई थी। दोनों के दो बेटे सागर और सिद्धार्थ हैं। एक बेटी भी है जिनकी शादी हो चुकी है। दोनों बच्चों की अभी शादी नहीं हुई है। अन्नपूर्णा सिंह का मायका बरुइन जमानिया गाजीपुर में है। जबकि ससुराल चौबेपुर थाना के धौरहरा गांव में है। अन्नपूर्णा देवी सरल स्वभाव की और समाज में लोगों के बीच लोकप्रिय हैं। परिवार में अच्छा खासा पैठ है और सभी के बीच प्रिय हैं। पूरा परिवार भारतीय जनता पार्टी में है। अन्नपूर्णा भी कई मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा कर चुकी हैं।
निकाय व जिला पंचायत में दबदबा के बाद भी भाजपा एमएलसी चुनाव में कमजोर नजर आई। 24 साल से धौरहरा परिवार के कपसेठी हाउस का एमएसलसी सीट पर कब्जा बरकरार है। भाजपा प्रत्याशी सुदामा पटेल नाराज है तो उन्होंने भितरघात का आरोप भी लगाया है। जिला और ग्राम पंचायत में सपा की मजबूती भी काम नहीं आ सकी।
एमएलसी चुनाव में इस बार राजनीतिक दलों की नजर 24 साल से धौरहरा परिवार के कब्जे वाली वाराणसी स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र थी। सेंट्रल जेल में बंद निवर्तमान एमएलसी बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा फिर से चुनावी मैदान में थीं। पिछली बार निर्दलीय मैदान में उतरे बृजेश सिंह के सामने भाजपा ने प्रत्याशी नहीं उतारा था और समर्थन दिया था लेकिन इस बार भाजपा ने सुदामा पटेल पर दांव खेला। ऐसे में इस चुनाव में भाजपा की रणनीति पर विपक्षी दलों की निगाह रही। उम्मीद थी कि इस बार 24 साल का कब्जा टूटेगा।
मंगलवार को मतगणना के आये रुझान में ही स्थिति साफ हो गई। पीछे रहे भाजपा के प्रत्याशी सुदामा पटेल बेहद नाराज हो गए। उन्होंने पार्टी में भितरघात का आरोप लगाया है। वर्ष 2016 के एमएलसी रहे बृजेश सिंह ने समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीना सिंह को दो हजार मतों से हराया था। इस बार लगातार दूसरी बार बृजेश सिंह विधान परिषद चुनाव के लिए ताल ठोंक चुके थे लेकिन अंत में यू टर्न ले लिया। नामांकन वापस लेकर पत्नी अन्नपूर्णा की एमएलसी सीट पर दूसरी बार जीत का रास्ता प्रशस्त कर दिया।
बता दें कि वाराणसी एमएलसी सीट पर बृजेश का कुनबा पिछले चार बार से जीतता आ रहा है। इसकी शुरुआत बृजेश के बड़े भाई उदयनाथ सिंह उर्फ चुलबुल सिंह ने की। भाजपा के टिकट पर दो बार एमएलसी चुलबुल के बाद बृजेश की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह बसपा के टिकट पर एमएलसी बनीं। उसके बाद मार्च 2016 में खुद बृजेश वाराणसी से एमएलसी बनकर विधान परिषद में पहुंचे थे।
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