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    साइकिल से लैंबोर्गिनी तक का सफर..ED की नजर में आया उन्नाव का ये यूट्यूबर, फिर आनलाइन सट्टेबाजी सिंडिकेट का राजफाश

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 09:41 PM (IST)

    उन्नाव के एक यूट्यूबर, जिसने कभी चेन बेचकर मोबाइल खरीदा था, फिर साइकिल से लैंबोर्गिनी तक का सफर तय किया, अब ईडी की नजर में आ गया है। मनी लॉन्ड्रिंग के ...और पढ़ें

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    अनुराग द्विवेदी अपनी लग्जरी कार के साथ। इंटरनेट मीडिया

    जागरण संवाददाता, उन्नाव। नवाबगंज विकासखंड के 20-22 घरों में सिमटा खजूर गांव देश में चर्चा बटोर रहा है। इसके पीछे सिर्फ एक नाम अनुराग द्विवेदी है। यह वही गांव का साधारण सा लड़का है जो कभी साइकिल से गांव के खडंजे में चक्कर लगाया करता था। आज उसके पास लैंबोर्गिनी व मर्सिडीज समेत 14 लग्जरी कारों का कलेक्शन है।

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    महज सात से आठ सालों में फर्श से अर्श पर पहुंचने की कहानी लोगों को तब समझ आई जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने बंगाल में धोखाधड़ी व अवैध तरीके से अर्जित किए गए धन के मामले में जांच करने उनके गांव पहुंच गई। इसी के बाद अनुराग की उस कमाई का जिन्न बाहर निकला, जिसे परिवार वाले तो वैध पर आम लोग अवैध करार दे रहे हैं।

     

    पिता ने कहा, ईडी को हर जानकारी दी

    यू-ट्यूबर अनुराग द्विवेदी के पिता पूर्व प्रधान लक्ष्मीनाथ द्विवेदी के अनुसार उनके बेटे पर अवैध कमाई के जो भी आरोप लग रहे हैं, वह बेबुनियाद है। उसकी कमाई की पाई-पाई का हिसाब है। वह जितना कमाता था, उसका 30 प्रतिशत टैक्स भरता था। आज अपनी मेहनत से उसने मुकाम बनाया तो बुरी शक्तियां उसके पीछे लग गई हैं। कहाकि हमने ईडी को हर वह जानकारी दी हैं, जो उन्होंने मांगी। बताया कि पहली बार चेन बेचकर वह मोबाइल लाया था। जिस पर उसे कड़ी फटकार लगाई थी। पर उसने अपनी सोच को मजबूत किया और क्रिकेट के संबंध में लोगों को अपने यू-ट्यूब चैनल पर टिप्स देकर यहां तक पहुंचा है।



    भागवत कथा में एक साल पहले घर आया था

    अनुराग की कमाई को लेकर गांव में लोगों के अलग-अलग तर्क हैं। कोई उसे सही तो कोई गलत बता रहा है। शुक्रवार को भीषण गलन में आग के सहारे बैठे-बैठे गांव के लोगों से जब अनुराग को लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह एक साल पहले अपने घर में आयोजित हुई भागवत कथा में आया था। इसके बाद उसे नहीं देखा। बताया कि उसने पैसा तो बहुत कमाया पर कहां से यह उन्हें पता नहीं है।

     

    रियल स्टेट में खपाई गई कमाई पर ईडी का फोकस

    सूत्र बताते हैं कि ईडी की जांच का फोकस अनुराग द्वारा रियल एस्टेट में खपाई गई काली कमाई पर है। ईडी को कई ऐसे ठोस इनपुट मिले हैं जिससे यह पता लगा है कि उन्नाव, लखनऊ ही नहीं बल्कि विदेश तक अनुराग द्विवेदी ने अवैध कमाई को रियल एस्टेट में निवेश किया है। चर्चा है कि आने वाले दिनों में ईडी इन संपत्तियों को भी अटैच कर सकती है।

     

    शादी में 8-10 करोड़ खर्च करने की चर्चा

    प्रवर्तन निदेशालय की जांच में एक और चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। अनुराग द्विवेदी की शादी दुबई में हुई थी। दावा किया जा रहा है कि इसमें आधा सैकड़ा से अधिक लोगों को विदेश ले जाया गया था। प्रति व्यक्ति हवाई यात्रा, होटल, खानपान और क्रूज में हुई शादी के खर्च में लगभग 8-10 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।


    संगठित आनलाइन सट्टेबाजी सिंडिकेट का राजफाश

    ईडी के अनुसार, अनुराग द्विवेदी ने सिलीगुड़ी के सोनू कुमार ठाकुर और विशाल भारद्वाज जैसे आरोपियों के साथ मिलकर एक संगठित आनलाइन सट्टेबाजी पैनल चलाया। चर्चा है कि यह सिंडिकेट म्यूल बैंक अकाउंट्स, टेलीग्राम चैनल्स और अन्य डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए देशभर में अवैध सट्टेबाजी का संचालन कर रहा था। बंगाल में दर्ज हुई एफआइआर के बाद जांच कर रही ईडी शाही शादी की बात पता चलने पर अनुराग के घर पहुंच गई।

    इंस्टाग्राम पर अनुराग का छल्का दर्द

    ईडी की छापेमारी व चल रही खबरों के बीच शुक्रवार को अनुराग द्विवेदी का दर्द छलक कर बाहर आया है। उसने लिखा कि सफर न था आसान यहां तक, एक नहीं दो नहीं करोड़ो दिल जीतने पड़े। किसी ने हाथ खींचे किसी ने पैर। दिल दिमाग शरीर आत्मा सारे जोर लगाने पड़े। खुद के लिए कभी जिया ही नहीं, पास थे मेरे साथी खड़े। संघर्षों के रास्ते चुने मैंने जबकि आफर थे बड़े, तबेले में पड़े। न जाने क्या समस्या हुई 2025 में डिपार्टमेंट को मुझसे। जिन्हें इतना दिया टैक्स जिनकी करी इतनी सेवा, आज देखो हर तरफ वही तलवार और भाला लेकर खड़े हैं। कैसे बताऊं अपनी मजबूरी उन्हें, कैसे जताऊं अपनी जरूरतें उन्हें। सही से सही चीज को गलत साबित करने पर जब वो हो अड़े।