उन्नाव में महिला लेखपाल 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई
उन्नाव में एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल ममता प्रजापति को एक किसान से 50 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। किसान श्रीराम अपनी जमीन को व्यावसायिक कराना चाहता था जिसके लिए लेखपाल ने उनसे रिश्वत मांगी थी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ा। डीएम ने लेखपाल को निलंबित करने का आदेश दिया है।

जागरण संवाददाता, उन्नाव। एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को लेखपाल ममता प्रजापति को एक किसान से 50 हजार रुपये घूस लेते हाथ गिरफ्तार कर लिया है। लेखपाल के खिलाफ मौरावां थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। डीएम गौरांग राठी ने बताया कि लेखपाल को निलंबित किया जाएगा।
किसान श्रीराम के अनुसार, वह अकोहरी-मौरावां मुख्य मार्ग पर स्थित अपनी तीन बिस्वा भूमि व्यावसायिक कराना चाहते थे। इसके लिए लेखपाल की रिपोर्ट लगनी थी, लेकिन उन्हें चक्कर कटवाए जा रहे थे। काफी प्रयास के बाद लेखपाल ममता प्रजापति ने उनसे 75 हजार रुपये मांगे। बाद में 50 हजार रुपये में बात तय हो गई। उन्होंने इसकी शिकायत एंटी करप्शन कार्यालय लखनऊ में कर दी। शुक्रवार शाम करीब दो बजे श्रीराम का बेटा लेखपाल को 50 हजार रुपये देने पहुंचा। जैसे ही लेखपाल ने रुपये लिए टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
लेखपाल मूल रूप से आजमगढ़ के जहानागंज थाना क्षेत्र के अमठा गोपालपुर गांव की निवासी हैं। वह 2016 बैच में सेवा में आई थीं। 20 जून 2019 को बहराइच से उन्नाव तबादला हुआ था, जिसके बाद 23 जुलाई 2019 को पुरवा तहसील में तैनाती मिली थी।
हमीरपुर लेखपाल ने ली रिश्वत, निलंबित
उधर, हमीरपुर में डीएम द्वारा आवंटित पट्टों की पैमाइश करने के नाम पर सुमेरपुर ब्लॉक के लेखपाल घनश्याम कमल वर्मा ने टिकरौली के ग्रामीणों से रुपये ले लिए। इसका वीडियो प्रचलित है, जिसमें वह तहसील परिसर में ग्रामीणों से रुपये लेते दिख रहा है। एसडीएम केडी शर्मा ने बताया कि लेखपाल को निलंबित कर जांच कराई जा रही है। हालांकि लेखपाल का कहना है कि उन्होंने किसी से रुपये नहीं लिए हैं।
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