दीपावली की खुशियां बदली मातम में, उन्नाव हादसे में फूफा व भतीजे की मौत आई सूचना
उन्नाव में दीपावली की तैयारियों के दौरान एक दर्दनाक सड़क हादसे में फूफा और भतीजे की मृत्यु हो गई। इस घटना से पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है और खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। घर में जहाँ त्योहार की तैयारियाँ चल रही थीं, वहीं इस अप्रत्याशित घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया।

जागरण संवाददाता, उन्नाव। फारसीलिंग का काम खत्म करने के बाद बाइक से घर लौट रहे फूफा व भतीजे को पुरवा-दही मार्ग पर अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। बाइक से छिटककर सड़क किनारे पानी भरी खंती में पांच घंटे पड़ा रहने से भतीजे की मौत हो गई, जबकि फूफा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। त्योहार के दिन फूफा-भतीजे की मौत से घर में मातम पसर गया।
मौरावां क्षेत्र के लोहनीपुर गांव निवासी 40 वर्षीय मनोज पुत्र राजकुमार अपने 20 वर्षीय भतीजे शिवम पुत्र रामप्रकाश यादव के साथ छत में फारसीलिंग व स्टील की ग्रिल लगाने का काम करता था। मौजूदा समय में वह सफीपुर में एक घर में फारसीलिंग व ग्रिल लगाने का काम कर रहे थे। शनिवार देर शाम मनोज अपने भतीजे शिवम के साथ सदर क्षेत्र में रहने वाले मामा रघुनंदन के घर के लिए निकले। मामा के घर कुछ घंटे रुकने के बाद मौरावां जाने के लिए निकले।
पुरवा मार्ग पर दही थाना क्षेत्र के दरोगाखेड़ा चौकी के पास सामने पहुंचे ही थे कि अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। मनोज गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि शिवम बाइक से उछलकर सड़क किनारे पानी भरी खंती में जा गिरा। पुलिस ने मनोज को सड़क पर घायल पड़ा देख जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बाइक नंबर के आधार पर मनोज के घर जानकारी दी तो पता चला कि उनके साथ शिवम भी था।
पुलिस ने मौके पर मनोज के घायल पड़े मिलने की जानकारी दी। इस पर रात करीब एक बजे स्वजन घटनास्थल पर पहुंचे और शिवम की तलाश शुरू की।खोजबीन के दौरान शिवम पानी में पड़ा मिला। उसे जीवित समझ निजी अस्पताल ले गए। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं राजेश की रविवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। शिवम व राजेश की मौत से घर में कोहराम मच गया। दीपवाली त्योहार की खुशियां मातम में बदल गईं। प्रभारी निरीक्षक अवनीश सिंह ने बताया कि बाइक सवार हेलमेट लगाए थे। दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
दो भाई व एक बहन में मंझला था शिवम
शिवम दो भाई व एक बहन में मंझला था। बड़ा भाई सचिन और सबसे छोटी बहन पायल के अलावा मां गायत्री देवी व पिता शव घर पहुंचने पर बेहाल हो गए। त्योहार के दिन बेटे की मौत से मां चीख पड़ी। वहीं मनोज दो भाइयों में बड़े थे। छोटा भाई अनुज पत्नी किरन देवी व मां मनोरमा बेहाल हैं। गांव में ही शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
मुहल्ले में भी शोक की लहर
मनोज व शिवम की मौत से उसके घर में चीख पुकार मची रही। स्वजन को दिलासा दिलाने पहुंचे गांव व मुहल्ले के लोगों की भी आंखे नम हो गई। दोनों की मौत से शोक का माहौल है। मुहल्ले के लोगों ने सादगी के साथ त्योहार मनाने की बात कही है।
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