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    उन्नाव में तेजस एक्सप्रेस पलटाने की साजिश, मगरवारा में डाउन ट्रैक पर पड़े थे सीमेंटेड स्लीपर

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 11:02 PM (IST)

    उन्नाव के मगरवारा रेलवे स्टेशन पर तेजस एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश का मामला सामने आया है। डाउन ट्रैक पर सीमेंटेड स्लीपर पाए गए। तेजस से पहले एक मालगा ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, उन्नाव। मगरवारा रेलवे स्टेशन पर डाउन ट्रैक पर सीमेंटेड स्लीपर डालकर ट्रेन संख्या 82502 तेजस एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। तेजस एक्सप्रेस से पहले मालगाड़ी रवाना हुई थी। उसके बाद तेजस एक्सप्रेस गंगाघाट रेलवे स्टेशन पर सिग्नल न मिल पाने से बुधवार रात 8:52 बजे से लेकर 9:19 बजे तक 27 मिनट खड़ी रही। उसके बाद मगरवारा रेलवे स्टेशन पर ट्रैक से स्लीपर को हटाकर तेजस एक्सप्रेस को रवाना किया गया। इस दौरान तेजस में सफर कर रहे यात्रियों को परेशान होना पड़ा। वहीं, आरपीएफ और जीआरपी मगरवारा रेलवे स्टेशन पर मामले की जांच कर रही हैं।

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    गंगाघाट रेलवे स्टेशन मास्टर ने बताया कि तेजस से पहले एक एसएलआरपी मालगाड़ी गंगाघाट रेलवे स्टेशन से डाउन ट्रैक से उन्नाव की ओर रात 8:22 बजे रवाना की गई थी। जिसके बाद जब तेजस एक्सप्रेस को लाइन देने के लिए मगरवारा के स्टेशन मास्टर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि डाउन ट्रैक पर सीमेंटेड स्लीपर पड़ा होने से अभी ट्रैक बाधित है। जिसपर तेजस एक्सप्रेस को गंगाघाट रेलवे स्टेशन पर 27 मिनट रोका गया।

    स्लीपर हटाकर मालगाड़ी को रवाना करने के बाद तेजस एक्सप्रेस को रवाना किया गया। आरपीएफ इंस्पेक्टर हरीश कुमार ने बताया कि मगरवारा रेलवे स्टेशन में गिट्टी लोड व अनलोड करने का काम चल रहा था। जिसकी वजह से सीमेंटेड स्लीपर ट्रैक पर आ गया। तेजस को पलटाए जाने जैसी कोई बात नहीं है। मौके पर आरपीएफ व जीआरपी मौजूद है। जांच की जा रही है।

     

    पहले भी हो चुकी ट्रेन पलटाने की साजिश

    बता दें कि मेरठ के बड़ौत क्षेत्र में भी 10 दिसंबर को लोहे का पाइप रेलवे ट्रैक पर रखा था, जिससे एक मालगाड़ी टकराई। ट्रेन भी वहां पर काफी देर खड़ी रही। हालांकि यह पाइप कहां से आए किसने रखे अभी तक इसका पता नहीं चल सका है। इससे पहले भी कानपुर के शिवराजपुर के बर्राजपुर रेलवे स्टेशन से पश्चिम में क्रासिंग संख्या 45 के पास रेलवे ट्रैक पर एक खाली गैस सिलेंडर मिला था। इससे कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश की गई थी। वहीं, नौ सितंबर 2024 की रात कानपुर से भिवानी के लिए जा रही कालिंद्री एक्सप्रेस को रेलवे ट्रैक पर एलपीजी गैस से भरा सिलेंडर रख कर पलटाने की साजिश की गई थी। ट्रेन से सिलेंडर टकराने के बाद उछल कर दूर जा गिरा था। जिससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया था। जबकि इससे पहले झांसी रूट पर 16 अगस्त 2024 को पनकी औद्योगिक क्षेत्र में साबरमती एक्सप्रेस रात 2.35 बजे पटरी के टुकड़े से टकराई थी। घटना के बाद रेल ट्रैक उखड़ गया था और ट्रेन के इंजन समेत 21 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस मामले में आइबी, पुलिस, एटीएस और रेलवे की उच्चस्तरीय एसएजी टीम ने जांच की थी।