सिर उबालकर सूप पीने वाला 'नर पिशाच' यूपी की इस जेल में है कैद, सिरफिरे सीरियल किलर की हो रही ‘खुफिया’ निगरानी
प्रयागराज नैनी के शंकरगढ़ के हिनौता गांव निवासी राम निरंजन उर्फ राजा कोलंदर सनकी प्रवृत्ति का था। कोलंदर ने अपने एक करीबी काली प्रसाद श्रीवास्तव को 50 हजार रुपये उधार दिया था। काली प्रसाद उसे अपराध कर पुलिस से बचने का सटीक रास्ता बताता था। उसने 14 लोगों की हत्या की। अधिकांश वह चौपहिया वाहनों को लूटता था और चालकों के शवों के कई टुकड़े कर फेंक देता था।

मोहित पांडेय, उन्नाव। मौजूदा समय में उन्नाव जेल की हाईसिक्योरिटी बैरक में प्रयागराज जिले के नैनी क्षेत्र का एक ऐसा सिरफिरा सीरियल किलर कैद है, जिसका नाम व कृत्य को सुनते ही अन्य कैदियों व स्टाफ के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। वह खांसता भी है तो सुरक्षा कर्मियों की सांस फूलने लगती है। जेल की सुरक्षा के साथ उस पर खुफिया निगरानी भी बैठाई गई है। सीरियल किलर के साथ उसे नर पिशाच का भी नाम दिया गया है। लोगों का सिर काटकर वह उसे रख लेता था और शेष हिस्सा सूअर को खिलाने के बाद सिर को उबालकर उसका सूप बनाकर पीता था।
प्रयागराज नैनी के शंकरगढ़ के हिनौता गांव निवासी राम निरंजन उर्फ राजा कोलंदर सनकी प्रवृत्ति का था। कोलंदर ने अपने एक करीबी काली प्रसाद श्रीवास्तव को 50 हजार रुपये उधार दिया था। काली प्रसाद उसे अपराध कर पुलिस से बचने का सटीक रास्ता बताता था। उसने 14 लोगों की हत्या की। अधिकांश वह चौपहिया वाहनों को लूटता था और चालकों के शवों के कई टुकड़े कर दूरस्थ जगहों पर फेंक देता था। वह अपने साथी काली प्रसाद के शातिर दिमाग का कायल था। उसने काली प्रसाद को 50 हजार रुपये उधार दिए थे।
काली प्रसाद के न लौटाने पर उसकी भी हत्या कर दी। सनकी कोलंदर को पता था काली प्रसाद का दिमाग बहुत तेज है, यदि उसके दिमाग को उबालकर सूप पीया जाए तो उसकी बुद्धि भी तेज हो जाएगी। यह सोचकर उसने काली प्रसाद का सिर काटा और अपने पिगरी फार्म पर सिर को उबालकर सूप बनाकर पी गया। वर्ष 2001 में पत्रकार की हत्या के बाद सीरियल किलर पकड़ा गया तो उसके कृत्य सामने आए गए थे।
नवंबर 2022 में आया था उन्नाव जेल
सीरियल किलर अपने साले बछराज के साथ नवंबर 2022 में उन्नाव जेल आया था। उसके कृत्यों को सुनने और चेहरा देखकर ही जेल के सुरक्षा कर्मी, अधिकारी व लंबरदारों ने पसीना छोड़ दिया था। 20 सुरक्षा कर्मियों की टुकड़ी के साथ उसे हाईसिक्योरिट बैरक भेजा गया था। तब से वह हाईसिक्योरिटी बैरक में ही है। मौजूदा के हालात भी यह हैं कि उसे खाना देने वाली टीम भी सात से आठ सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों के साथ ही हाईसिक्योरिटी बैरक में प्रवेश करते हैं।
हर वक्त कैमरों से रखी जाती नजर
- सीरियल किलर बछराज की हाईसिक्योरिटी बैरक में चार कैमरे लगे हैं। जिसमें दो अंदर और दो बाहर। बैरक के अंदर की उसकी हरगतिविधि पर लखनऊ स्तर से नजर रखी जाती है। यदि वह कभी भी कोना पकड़ लेता और कैमरे में नजर नहीं आता तो तत्काल लखनऊ से अधिकारियों के फोन जेल के अधिकारियों तक पहुंच जाते हैं।
हर माह पुलिस की खुफिया जेल जाकर लेती टोह
प्रशासनिक आधार पर जेल लाये गए सीरियल किलर राजा कोलंदर की गतिविधि पर पुलिस की खुफिया टीम भी नजर रख रही है।हर माह टीम जेल जाती है और उसके बारे में जानकारी जुटा, उसकी गतिविधि को परखती है।खुफिया टीम के लोगों ने जब उसके बारे में बताया कि चेहरे पर सीरियल किलर की दहशत साफ दिखी।
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कभी सुप्रीम तो कभी हाईकोर्ट को बेगुनाह होने का भेजता पत्र
जेल अधीक्षक से अनुमति लेकर वह पत्र भी लिखता है। जेल के सूत्र बताते हैं कि सीरियल किलर खुद को बेगुनाह बता वह कभी सुप्रीम कोर्ट तो कभी हाईकोर्ट को पत्र लिखता है। कहता है कि वह लंबी सजा काट चुका है, अब जेल से बाहर निकाला जाए
सीरियल किलर पर कैमरो के अलावा सामान्य रूप से भी नजर रखी जाती है। जिले की खुफिया के अलावा लखनऊ स्तर से भी उसकी निगरानी की जा रही है।-अमरजीत सिंह, प्रभारी जेल अधीक्षक, उन्नाव
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