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    नेतुआ गांव बन गया टाउन एरिया गंगाघाट

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 18 Nov 2017 03:01 AM (IST)

    जागरण संवाददाता, उन्नाव : नगर पालिका गंगाघाट का इतिहास काफी पुराना तो नहीं लेकिन रोचक

    नेतुआ गांव बन गया टाउन एरिया गंगाघाट

    जागरण संवाददाता, उन्नाव : नगर पालिका गंगाघाट का इतिहास काफी पुराना तो नहीं लेकिन रोचक जरूर है। 1972 में ग्रामसभा नेतुआ और खैरहा एहतमाली के कुछ हिस्से के साथ आंशिक नई आबादी को जोड़ते हुए गांव से शहर का स्वरूप देकर टाउन एरिया गंगाघाट नाम दिया गया। कानपुर का नजदीकी होने से इसका विस्तार भी तेजी से हुआ और 1982 में नगर पालिका का परिषद का दर्जा मिल गया। इसके बाद शायद ही किसी क्षेत्र का दायरा इतना बढ़ा हो। मात्र 35 सालों में क्षेत्र की आबादी 24 हजार से बढ़कर 1.31 लाख पहुंच गई। सबसे खास बात यह है कि नगर पालिका का दर्जा मिले के बाद भी यहां निर्वाचित बोर्ड सात साल बाद 1989 में हुआ।

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    नगर पालिका गंगाघाट जिसका इतिहास न तो काफी पुराना है न अंग्रेजों से जुड़ा। एक छोटी सी ग्राम पंचायत नेतुआ देखते ही देखते गंगाघाट नगर पालिका के रूप में बदल गई। इसमें उसका पड़ोसी गांव खैरहा एहतमाली बन गया। आजादी के बाद नेतुआ ग्राम सभा की आबादी 1951 में मात्र 365 थी, जो 1971 की जनगणना में बढ़कर 6427 पहुंच गई। इसी के बाद नेतुआ गांव को टाउन ऐरिया के रूप में विस्तार देने का फैसला लिया गया। जिसमें पड़ोसी गांव खैरहा एहतमाली को भी कुछ भाग मिलाया गया। टाउन एरिया गंगाघाट बनने के बाद इसे क्षेत्र के लोगों की उम्मीद विकास का स्वरूप देने के लिए लगातार बढ़ती गई। जैसे ही 1981 में जनगणना में गंगाघाट नगर पंचायत की आबादी 25 हजार के पार पहुंची तो उसे नगर पालिका का दर्जा मिल गया। लेकिन उस वक्त नगर पालिका का चुनाव न कराते हुए प्रशासक को ही संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई। 1989 में नगर पालिका का पहला चुनाव हुआ। जिसमें पूर्व मंत्री स्व. रामशंकर पाल पहले अध्यक्ष निर्वाचित हुए। खास बात यह है कानपुर से सटे होने के कारण इस क्षेत्र की आबादी और क्षेत्र का विस्तार तो हुआ ही साथ में कई अन्य उपलब्धियां भी क्षेत्र के ही नाम है।

    कुछ तरह बढ़ी आबादी

    वर्ष आबादी

    1971 6427

    1981 24613

    1991 64478

    2001 72,384

    2011 84,760

    2017 1,31,400 विस्तार के कारण आबादी

    कौन कब बना अध्यक्ष

    1989 में रामशंकर पाल

    1995 और 2001 में उमा गुप्ता

    2006 में सुंदरलाल राजपूत

    2012 में मनोज गुप्ता

    ..जब कन्हई महज एक दिन के रहे प्रधान

    वर्ष 1972 में हुए ग्राम पंचायत के चुनाव में ग्राम सभा नेतुआ से प्रधानी का चुनाव जीते कन्हई को प्रधान निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र मिला और शपथ दिलाई गई। इसके अगले ही दिन नेतुआ ग्राम सभा को गंगाघाट टाउन एरिया का रूप देने के शासन से आदेश जारी हो गया। इससे कन्हई महज एक दिन के प्रधान ही बने रह गए।