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    Sultanpur Robbery Case: अनुज का भी किस्सा खत्म, अब अरबाज-फुरकान और अंकित की तलाश; सभी हैं एक लाख के इनामी

    Updated: Tue, 24 Sep 2024 10:25 AM (IST)

    Sultanpur Robbery Case यूपी के सुलतानपुर में 28 अगस्त को सर्राफा व्यवसायी भरत जी सोनी की दुकान में दिनदहाड़े डकैती पड़ी थी। इस मामले में वांछित अनुज प्रताप सिंह को उन्नाव में एसटीएफ ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इससे पहले एसटीएफ ने मंगेश यादव को मार गिराया था। अब इस मामले में अरबाज फुरकान अंकित और एक अज्ञात की तलाश है।

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    ठठेरीबाजार में भरतजी सर्राफ के यहां ठकैती का सीसी फुटेज सौ. एसटीएफ

    संवाद सूत्र, सुलतानपुर। सर्राफ के यहां दिनदहाड़े हुई डकैती में वांछित अनुज प्रताप सिंह को उन्नाव में एसटीएफ ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इससे पहले एसटीएफ ने मंगेश यादव को मार गिराया था। अब इस मामले में अरबाज, फुरकान, अंकित और एक अज्ञात की तलाश है। सभी नामजद पर एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार घोषित है।

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    घटना में वांछित रहे जौनपुर के मंगेश यादव उर्फ कुंभे को पांच सितंबर को एसटीएफ ने यहां कोतवाली देहात क्षेत्र में मार गिराया था। इस कार्रवाई के बाद लगातार एसटीएफ, यूपी पुलिस और सरकार पर विपक्षी दल सवाल उठा रहे थे। इससे इतर पुलिस व एसटीएफ तथ्यों के आधार पर लगातार कार्रवाई कर उन्हें जवाब दे रही है। अनुज के मारे जाने के बाद अब यादव-ठाकुर वाली बात भी खत्म हो गई।

    डकैतों द्वारा लूटा गया 98 प्रतिशत से अधिक आभूषण पुलिस द्वारा बरामद किया जा चुका है। वहीं, सोमवार को उन्नाव में मारे गए बदमाश के पास से चार किलो 182 ग्राम चांदी के आभूषण बरामद होने की बात एसटीएफ द्वारा कही जा रही है।

    28 अगस्‍त को दिनदहाड़े डकैती

    28 अगस्त को चौक के ठठेरी बाजार में सर्राफा व्यवसायी भरत जी सोनी की दुकान में दिनदहाड़े डकैती पड़ी थी। इसमें एक करोड़ 35 लाख रुपये कीमत के आभूषण व तीन लाख रुपये नकद डकैत असलहे के बल पर लूट ले गए थे। मामले में अज्ञात समेत 15 आरोपित शामिल बताए जा रहे थे। मुख्य सरगना विपिन सिंह गैंगस्टर के मामले में न्यायालय में हाजिर होकर रायबरेली जेल चला गया था। तीन सितंबर को घटना में शामिल तीन बदमाशों सचिन, त्रिभुवन व पुष्पेंद्र को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। इन्हीं के जरिए पूरी घटना का राजफाश हुआ।

    इसके बाद पांच सितंबर को कोतवाली देहात के मिश्रपुर पुरैना में एसटीएफ ने मुठभेड़ में जौनपुर के मंगेश यादव को ढेर कर दिया था। इसके बाद चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर 12 सितंबर काे जेल भेजा था। इनमें रायबरेली के नयापुरवा के दुर्गेश प्रताप सिंह, आजमगढ़ के फूलपुर थाने के चमराडीह के अरविंद यादव उर्फ फौजी, अमेठी के मोहनगंज के विनय शुक्ल तथा भवानीनगर के विवेक सिंह शामिल थे। इसके बाद 20 सितंबर को एक अन्य आरोपित जौनपुर के सिंगरामऊ थाने के लारपुर निवासी अजय यादव उर्फ डीएम को पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था।

    पांचों डकैतों में अनुज भी रहा शामिल

    एसटीएफ के मुताबिक मारा गया डकैत अनुज प्रताप सिंह सरगना विपिन सिंह के साथ वर्ष 2023 में गुजरात के सूरत में बैंक डकैती में शामिल था। गुजरात में ही चोरी का एक अन्य मुकदमा इसके विरुद्ध दर्ज है। इसके अलावा उसके विरुद्ध यहां की डकैती का केस है। एसटीएफ का कहना है कि दुकान में घुसकर जिन पांच डकैतों ने लूटपाट की थी, उनमें अंकित यादव, मंगेश यादव, अरबाज, फुरकान के साथ अनुज प्रताप सिंह भी शामिल था। इसने घटना के समय सफेद शर्ट पहन रखी थी।

    इन आराेपितों की तलाश में जुटी पुलिस

    अमेठी के मोहनगंज के आशापुर रूरू के अरबाज, पूरे चन्दई चिलौली के फुरकान उर्फ गुज्जर, प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा हरिपुरा के अंकित यादव उर्फ शेखर व एक अज्ञात की तलाश है। इन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। इन आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ, एसओजी तथा पुलिस की सात टीमें लगाई गई हैं। पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने बताया की शेष आरोपितों का सुराग लगा लिया गया है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।

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