Sultanpur News: निर्माणाधीन छत गिरने से बड़ा हादसा, कई लोगों के दबे होने की सूचना
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के लंभुआ क्षेत्र के धरियामऊ गांव में एक निर्माणाधीन मकान की छत ढह गई। रात में लेंटर डालते समय यह हादसा हुआ जिसमें कई लोगों के दबने की आशंका है। राहत और बचाव कार्य जारी है और घायलों को लंभुआ सीएचसी ले जाया गया है। लंभुआ पुलिस घटनास्थल पर मौजूद है और स्थिति को संभालने में जुटी हुई है।

संवाद सूत्र, लंभुआ/भदैंया (सुलतानपुर)। सोमवार की रात निर्माणाधीन मकान की छत का एक हिस्सा ढह गया। मलबे के नीचे छह से अधिक मजदूर दब गए। इनमें से किसी तरह चार को निकाला गया, जिनकी हालत गंभीर है। अन्य लोगों के लिए राहत व बचाव कार्य जारी है।
हादसा लंभुआ कोतवाली के धरियामऊ गांव में हुआ। वहां मनोज कुमार गुप्ता के निर्माणाधीन मकान पर छह की ढलाई की जा चुकी थी। मिक्सर मशीन खोलते समय शटरिंग अचानक खिसक गई। इसके चलते छत का एक हिस्सा ढह गया। ऐसे में छत के ऊपर जो मजदूर थे, वे नीचे गिर गए। जो नीचे थे, वे मलबे में दब गए।
हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। ग्रामीण एकत्र हुए और पुलिस को बताया। ग्रामीणों और पुलिस ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। चार मजदूरों को शीघ्र निकाल लिया गया जबकि अन्य के निकालने के लिए खोदाई मशीन की मदद ली गई।
डीएम कुमार हर्ष, एसपी कुंवर अनुपम सिंह, सीडीओ अंकुर कौशिश, एसएसपी अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह, एसडीएम लंभुआ गामिनी सिंगला व अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
घायल चार मजदूरों को लंभुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां से गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज के अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल लाए गए मजदूर अफसर अली के अनुसार, छत पड़ चुकी थी। लगभग पांच मजदूर ऊपर थे और तीन-चार नीचे थे।
मिक्सर मशीन खोली जा रही थी, तभी छत की शटरिंग खिसक गई। ऐसे में छत का एक हिस्सा गिरा। शटरिंग करने वाले पांच लोग थे, मिक्सचर मशीन के साथ 12 लोग थे, जिसमें से लगभग सात-आठ लोग घायल हैं।
जिन घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया, उनमें सुभाष कुमार पुत्र बैताली निवासी धरियामऊ व विक्रम निवासी अर्जुनपुर कोतवाली लंभुआ, अफसर अली पुत्र समीउल्ला व रवी सरोज पुत्र महेंद्र निवासीगण सकराबाजार, थाना कन्हई प्रतापगढ़ के हैं। अभी और लोगों के दबे होने की आशंका है।
राहत व बचाव कार्य जारी रहा। एएसपी ने बताया कि चार लोग निकाले जा चुके हैं, अभी और लोगों के दबे होने की आशंका है। राज्य आपदा मोचन बन (एसडीआरएफ) को बुलाया गया है। पूरा मलबा हटाने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। अभी तक किसी की मृत्यु नहीं हुई है।
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