डिजिटल क्रॉप सर्वे नहीं करेंगे लेखपाल, ग्रामीण युवाओं को मिलेगा मौका; इच्छुक लोग यहां करें संपर्क
सुलतानपुर में अब डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य लेखपाल नहीं बल्कि ग्रामीण युवा करेंगे। सरकार ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया है जिसके तहत उन्हें प्रति गाटा सर्वे के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। युवाओं को तहसील कार्यालय से संपर्क करके अपना पंजीकरण कराना होगा। इस पहल से ग्रामीण युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा।

संजय तिवारी, सुलतानपुर। अब लेखपाल डिजिटल क्रॉप सर्वे नहीं करेंगे। उन्हें इस कार्य से मुक्त कर दिया गया है। उनके स्थान पर उन ग्रामीण युवाओं को अवसर दिया जाएगा, जिन्हें फसलों की पहचान हो और वह अपने पास एंड्रायड मोबाइल फोन हो साथ ही वह अच्छी तरह से उसका संचालन करना जानते हों।
इसके लिए शासनादेश जारी हो गया है। यह खरीफ फसल से ही लागू होगा। संबंधित राजस्व ग्राम पंचायत व न्याय पंचायत के युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
एक गाटा के सर्वे पर प्रोत्साहन राशि के रूप में पांच रुपये का भुगतान किया जाएगा। अभी तक पंचायत सहायकों, रोजगार सेवकों व कृषि विभाग के कार्मिकों खंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक और लेखपाल इस कार्य को करते रहे हैं। अब लेखपालों को इससे अलग कर दिया गया है।
शासनादेश के अनुसार आवश्यकता पड़ने पर गन्ना एवं उद्यान विभाग के समकक्ष क्षेत्रीय कार्मिकों का भी चयन किया जा सकता है। प्रत्येक सर्वेयर के लिए अधिकतम 3000 गाटों का सर्वे निर्धारित किया गया है।
इच्छुक युवा यहां करेंगे संपर्क
ब्लका स्तर पर कृषि विभाग के कार्मिकों या अहिमाने उपकृषि निदेशक कार्यालय और लेखपालों के माध्यम अथवा सीधे तहसील अधिकारी से इच्छुक ग्रामीण युवा संपर्क कर सकते हैं। एसडीएम या तहसीलदार को उन्हें बैंक खाता, आधार आदि के साथ एक प्रार्थना पत्र देना होगा।
तहसील से उनकी आइडी जनरेट की जाएगी। उसके बाद उन्हें गांव व गाटा का आवंटन कर दिया जाएगा। जिसे उन्हें अधिकारियों के निर्देश के अनुसार करना होगा।
10 सर्वेयर्स पर होंगे एक सुपरवाइजर
सर्वेयर्स द्वारा जिन गाटाें का सर्वे किया जाएगा, पर्यवेक्षण(सुपरविजन) के लिए पर्यवेक्षक (सुपरवाइजर तैनात) किए जाएंगे। 10 सर्वेयर्स का एक ग्रुप बनाया जाएगा। एक ग्रुप पर एक सुपरवाइजर होगा।
सुपरवाइजर का काम राजस्व निरीक्षक व लेखपाल के अतिरिक्त कृषि विभाग के वरिष्ठ तकनीकी सहायक से भी कराए जा सकते हैं।
खरीफ फसल के लिए जिले में बल्दीराय, सदर, लम्भुआ, कादीपुर व जयसिंह तहसील के 1506 राजस्व गांवों में 1289 में टास्क आवंटित किया गया है। 12 लाख 14 हजार 821 गाटों का लक्ष्य दिया गया है। दो लाख 65 हजार से अधिक गाटों का सर्वे पूरा हो चुका है।
लेखपालों को डिजिटल क्राप सर्वे से मुक्त किया गया है। उनके स्थान पर ग्रामीण युवाओं को अवसर दिया जाएगा। जो युवा इस कार्य को करना चाहेंगे संबंधित तहसील से उनकी आईडी जनरेट कर गाटा का आवंटन किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- Ayodhya News: दुर्गा पूजा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम, पंडाल में CCTV कैमरा लगाने के निर्देश
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।