...सात समंदर पार से आई शिवम की दुल्हनिया, गांव से हुआ ऐसा लगाव; भूली अमेरिका
बल्दीराय के शिवम और अमेरिका की सेलेस्ट की अनोखी प्रेम कहानी। 2013 में भारतीय संस्कृति का अध्ययन करने आईं सेलेस्ट को शिवम से प्यार हो गया। 2016 में शादी के बाद से दोनों खुशहाल वैवाहिक जीवन बिता रहे हैं। शिवम और सेलेस्ट न सिर्फ एक खुशहाल शादीशुदा जिंदगी बिता रहे हैं बल्कि बच्चों को भारतीय और अमेरिकी संस्कृति के मेल के साथ बड़ा कर रहे हैं।

संवादसूत्र, जागरण। पारा बाजार (सुलतानपुर)। उत्तर प्रदेश में एक ऐसी कहानी सामने आई है, जिसे जानकार आपको असली वैलेनटाइन के दिन का पता चलेगा। यह कहानी एक ऐसे कपल की है, जिसने साबित किया कि प्यार होने पर आदमी या औरत क्या कर गुजरता है। प्यार के लिए लोग सात समंदर पार भी आ अपना घर बसा सकते हैं।
प्रेम गहरा और व्यापक अर्थों वाला शब्द है। प्रेम की कोई सीमा नहीं, लेकिन एक मर्यादा अवश्य होती है। यह न उम्र देखता है, न सरहदें। ऐसा ही एक अनोखी प्रेम कहानी है बल्दीराय के शिवम और अमेरिका की सेलेस्ट की... । दोनों में प्यार हुआ और शादी रचा ली, दोनों खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं।
वर्ष 2013 में भारतीय संस्कृति का अध्ययन करने आईं सेलेस्ट को शिवम से प्यार हो गया। दोनों ने तीन साल के रिश्ते के बाद साल 2016 में शादी कर ली और अब खुशहाल वैवाहिक जीवन बिता रहे हैं। शिवम के अनुसार, साल 2013 में सेलेस्ट अपने कुछ दोस्तों के साथ भारत की संस्कृति और परंपराओं को समझने सुलतानपुर आई थीं। यहीं उनकी मुलाकात शिवम से हुई।
प्यार की अनोखी कहानी। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)
दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और कुछ ही समय में यह रिश्ता प्यार में बदल गया। सेलेस्ट को शिवम की ईमानदारी और सहयोगी स्वभाव इतना पसंद आया कि उन्होंने उनके साथ जिंदगी बिताने का फैसला कर लिया।
इसे भी पढ़ें- Valentine’s Day 2025: रिश्ते में घोलना चाहते हैं प्यार की मिठास, तो पार्टनर के लिए खुद बनाएं ये स्वीट डिशेज
शिवम और सेलेस्ट न सिर्फ एक खुशहाल शादीशुदा जिंदगी बिता रहे हैं बल्कि, बच्चों को भारतीय और अमेरिकी संस्कृति के मेल के साथ बड़ा कर रहे हैं।
बच्चें सीखें हिंदी
सेलेस्ट कहती हैं कि उनके एक बेटी व बेटा है। वह चाहती हैं कि उनके बच्चे हिंदी सीखें, वहीं शिवम उन्हें अंग्रेजी और अवधी भाषा से परिचित करा रहे हैं। सेलेस्ट ने बताया की उनके परिवार ने इस रिश्ते को पूरी तरह से स्वीकार किया और शिवम के प्रति उनका नजरिया हमेशा सकारात्मक रहा।
इसे भी पढ़ें- Valentines Day 2025: कौन थे संत वेलेंटाइन? जिनकी याद में मनाया जाता है प्यार का दिन
उधर, शिवम के परिवार ने भी खुले दिल से सेलेस्ट को अपनाया और उन्हें हर कदम पर सहयोग दिया। शिवम और सेलेस्ट का रिश्ता आज भी उतना ही मजबूत है और दोनों अपने जीवन को प्रेम और समझदारी से आगे बढ़ा रहे हैं।
.
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।