UPPCL: यूपी में विद्युत विभाग की बढ़ी टेंशन, बिजली की न्यूनतम मांग में 2300 मेगावाट की हुई वृद्धि
UPPCL | उत्तर प्रदेश में गर्मी बढ़ने से बिजली की न्यूनतम मांग में 2300 मेगावाट की वृद्धि हुई है जिससे बिजली प्रबंधन के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। अधिकतम मांग में मामूली गिरावट के बावजूद सुबह के समय मांग अधिक होने से आपूर्ति में चुनौती आ रही है। बिजली विभाग गर्मी के कारण बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए प्रयासरत है।

जागरण संवाददाता, सोनभद्र। यूपी में बढ़ती गर्मी के असर से गुरुवार को बिजली की अधिकतम मांग और न्यूनतम मांग में उतार चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि बुधवार के मुकाबले बिजली की अधिकतम मांग में मामूली गिरावट होने से थोड़ी राहत रही। जबकि न्यूनतम मांग में लगभग दो हजार मेगावाट से ज्यादा की बढ़त दर्ज होने से प्रबंधन के लिए मुश्किलें जस की तस बनी रही।
पिछले पांच दिनों से यूपी में बढ़ते तापमान की वजह से गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। इन दिनों में तापमान में हुए रोजाना वृद्धि की वजह से लोगों ने गर्मी से राहत पाने के लिए घरों में बिजली उपकरणों का उपयोग ज्यादा किया।
अगर गुरुवार के आंकड़ों पर गौर करें तो रात के मुकाबले सुबह के समय बिजली की मांग ज्यादा होने की वजह से बिजली प्रबंधन को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। आम तौर पर सुबह के समय बिजली की मांग में गिरावट दर्ज होने से बिजली प्रबंधन की बिजली आपूर्ति करने में काफी आसानी रहती है, लेकिन जब न्यूनतम मांग में वृद्धि दर्ज होने लगती है तो बिजली प्रबंधन रात के वक़्त बिजली की अधिकतम मांग बढ़ने को लेकर सतर्क हो जाता है।
न्यूनतम मांग में 2300 मेगावाट की वृद्धि
ऐसे में गुरुवार सुबह बिजली की न्यूनतम मांग में 2300 मेगावाट की वृद्धि होना बिजली प्रबंधन के लिए अप्रत्याशित साबित हुआ। आंकड़ों के मुताबिक़ गुरुवार की सुबह लगभग साढ़े सात बजे के आसपास यूपी में बिजली की न्यूनतम मांग बुधवार के मुकाबले 2300 मेगावाट की अधिकता के साथ 20250 मेगावाट दर्ज किया गया। जबकि उसी रात लगभग दस बजे बिजली की अधिकतम मांग पिछले दिन के मुकाबले मामूली गिरावट के साथ 28457 मेगावाट दर्ज किया गया।

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