सोनभद्र में रामलीला के मंच पर हुआ असली विवाह, तीन जरूरतमंद कन्याओं की आयोजन के बाद विदायी
बीजपुर में रामलीला मंच पर धनुष यज्ञ के बाद तीन जरूरतमंद कन्याओं का विवाह धूमधाम से संपन्न हुआ। अजीरेश्वर धाम परमार्थ जन सेवा ट्रस्ट ने इस विवाह का आयोजन किया जिसमें दो कन्याओं का सारा सामान ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बघेल ने दिया। बारात का भव्य स्वागत हुआ और हजारों लोग इस अद्भुत शादी के साक्षी बने।

जागरण संवाददाता, बीजपुर (सोनभद्र)। स्थानीय बीजपुर बाजार के सब्जी मंडी में आयोजित रामलीला मंचन के दौरान गुरुवार की रात धनुष यज्ञ के बाद प्रभु राम और सीता के विवाह का मंचन किया गया। इस अवसर पर तीन जरूरतमंद कन्याओं का विवाह पूरे उत्साह के साथ आयोजकों द्वारा संपन्न किया गया।
इस विवाह समारोह का आयोजन अजीरेश्वर धाम परमार्थ जन सेवा ट्रस्ट के न्यासकर्ता अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बघेल ने किया। उन्होंने दो कन्याओं के विवाह का सारा सामान अपनी ओर से प्रदान किया, जबकि एक कन्या का सामान पूजा समिति द्वारा जुटाया गया, जिसमें बाजार के व्यवसायियों ने भी सहयोग दिया।
बारात सज-धज कर पूरे लाव-लश्कर और गाजे-बाजे के साथ स्वागत द्वार से बीजपुर बाजार पहुंची। घराती पक्ष के लोगों ने बारातियों का जोरदार स्वागत किया। हजारों की संख्या में उपस्थित लोग रामलीला मैदान में इस अद्भुत शादी के साक्षी बने।
सभी लोग सहभोज में शामिल हुए, जहां आयोजकों ने बारातियों का सम्मान किया। धूमधाम से हुई इस शादी के बाद तीनों कन्याओं की विदाई के समय उपस्थित सभी की आंखें सजल हो गईं। "खुशी-खुशी कर दे विदा रानी, बेटी राज करे" गीत के साथ आयोजकों ने विदाई की रस्म निभाई।
इस अवसर पर अध्यक्ष बिजेंद्र उर्फ बग्गा सिंह, मुन्ना प्रसाद, लल्लन सिंह, जसवंत सिंह, जुगल किशोर तिवारी, सुनील सिंह, नागेंद्र सिंह सहित हजारों की संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे। इस आयोजन ने न केवल विवाह की परंपरा को जीवित रखा, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी प्रकट किया।
इस प्रकार, रामलीला मंच पर आयोजित इस विवाह समारोह ने सभी को एकजुट किया और एक नई शुरुआत का प्रतीक बना। आयोजकों की मेहनत और स्थानीय लोगों के सहयोग से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रकार के आयोजनों से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा मिलती है और यह दर्शाता है कि जब हम एकजुट होते हैं, तो किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।
इस अद्भुत आयोजन ने सभी को एक नई उम्मीद और खुशी दी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सामूहिक प्रयासों से हम समाज में बदलाव ला सकते हैं। इस प्रकार के समारोहों का आयोजन आगे भी होना चाहिए, ताकि जरूरतमंदों की सहायता की जा सके और समाज में एकता का संदेश फैलाया जा सके।
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