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    सोनभद्र में साल्वर के सहारे नौकरी पाने वाला बर्खास्त, धोखाधड़ी का केस दर्ज

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 01:36 PM (IST)

    ओबरा में विद्युत सेवा आयोग की भर्ती में साल्वर का उपयोग कर नौकरी पाने वाले पूर्व परियोजना कर्मी वीरेन्द्र कुमार सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। शिकायत मिलने के ढाई साल बाद जांच में दोषी पाए जाने पर बर्खास्त कर दिया गया। उसने 22 दिसंबर 2021 को ओबरा तापीय परियोजना में पदभार ग्रहण किया था।

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    बायोमीट्रिक डेटा मिलान न होने पर धोखाधड़ी का खुलासा हुआ।

    जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र)। विद्युत सेवा आयोग की ओर से आयोजित भर्ती प्रक्रिया के दौरान साल्वर (अन्य व्यक्ति) का उपयोग कर उत्पादन निगम में सरकारी नौकरी हासिल करने वाले एक पूर्व परियोजना कर्मी के खिलाफ ओबरा कोतवाली में शनिवार की शाम सम्बन्धित धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

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    हालांकि नौकरी हासिल करने के लगभग ढाई साल बाद मिली शिकायत के बाद जांच के दौरान दोषी पाए जाने पर आरोपित को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। शिकायतकर्ता व अधिशासी अभियंता के पद पर कार्यरत विनोद कुमार पांडेय ने ओबरा पुलिस को तहरीर देकर जानकारी दी थी।

    मीरजापुर के चुनार तहसील के मुरकुरा अतरौली खुर्द निवासी विरेन्द्र कुमार सिंह ने विद्युत सेवा आयोग, लखनऊ की ओर से आयोजित भर्ती प्रक्रिया में सेलेक्शन व डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन के आधार पर टेक्निकल ग्रेड द्वितीय के पद पर नियुक्ति प्राप्त कर ओबरा तापीय परियोजना में 22 दिसम्बर 2021 को अपना पदभार ग्रहण किया था। भर्ती प्रक्रिया के दौरान जारी प्रवेश पत्र विवरण के अनुसार आरोपित विरेन्द्र कुमार सिंह की सीबीटी परीक्षा 14 जुलाई 2021 को नोएडा स्थित एक परीक्षा केंद्र पर आयोजित की गयी थी।

    ढाई साल बाद हुआ मामले का राजफाश

    ओबरा तापीय परियोजना में टेक्निकल ग्रेड द्वितीय में नियुक्ति होने के बाद आरोपित विरेन्द्र कुमार सिंह लगभग ढाई सालों तक सरकारी नौकरी का लाभ उठाता रहा, लेकिन मई 2024 में विद्युत सेवा आयोग, लखनऊ को शिकायत मिली कि विरेन्द्र कुमार सिंह ने अपनी भर्ती प्रक्रिया व डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान स्वयं के स्थान पर साल्वर (अन्य व्यक्ति) का उपयोग किया।

    इसके बाद आयोग ने एक जांच समिति का गठन कर मामले की तह तक जाने की कोशिश के दौरान पाया गया कि आरोपित विरेन्द्र कुमार सिंह का बायोमीट्रिक डाटा का मिलान पूर्व में हुए सीबीटी परीक्षा में दर्ज बायोमीट्रिक डाटा से मेल नहीं खा रहा था। इससे इस पूरे मामले का राजफाश हो पाया कि आरोपित ने किस प्रकार से अनुचित साधन व कूटरचित तरीके से साल्वर का उपयोग कर उप्र राज्य विद्युत उत्पादन निगम में नौकरी हासिल की थी।

    शिकायत के बाद आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज

    ओबरा तापीय परियोजना में विद्युत् अनुरक्षण खंड में कार्यरत अधिशासी अभियंता विनोद कुमार पांडेय की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित विरेन्द्र कुमार सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज का प्रयोग करने, जालसाजी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया।