बहराइच में वन्य जीवों के हमले के बाद CM योगी ने फिर संभाला मोर्चा, लोगों की परेशानी दूर करने के दिए निर्देश
सीतापुर में आवारा कुत्तों का आतंक जारी है जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं। प्रशासन द्वारा समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सका है। पूर्व में मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। प्रजनन नियंत्रण केंद्र बनाने का प्रस्ताव अभी भी लंबित है और पशुपालन विभाग कुत्तों के हिंसक व्यवहार के कारणों से अनजान है।

जागरण संवाददाता, सीतापुर। वन्यजीव (भेड़िया) के हो रहे हमले के बाद मोर्चा संभालते हुए शनिवार को बहराइच पहुंचे। इससे पहले वह मई 2018 में कुत्तों के हमलों में 13 बच्चों समेत 17 लोगों की मौत के बाद खैराबाद आकर कमान संभाली थी। उन्होंने पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद के साथ सांत्वना दी थी।
अधिकारियों को आवारा कुत्तों की समस्या से आमजन को निदान दिलाने के निर्देश दिए थे। लखनऊ नगर निगम की टीम बुलाकर कुत्तों को पकड़वाया गया था, लेकिन जिला स्तर पर कुत्तों को पकड़वाने और बधियाकरण के प्रबंध नहीं हो सके हैं और कुत्तों के हमले जारी हैं। ऐसा तब है जब जिले के कई जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी बदल चुके हैं, लेकिन परिस्थितियों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
समय के साथ ही हालत हो रहे खराब
समय के साथ ही हालत और भी खराब हो जाते जा रहे हैं। कुत्तों और बंदरों के साथ ही जिला जंगली जानवरों के हमलों का भी केंद्र बन गया है। बावजूद इसके प्रशासनिक स्तर पर प्रयास सिर्फ समस्या के तात्कालिक निदान तक ही सीमित हैं। खासकर, कुत्तों के हमले को लेकर प्रशासन और पशुपालन विभाग का अनौपचारिक दृष्टिकोण है।
वर्ष 2017-2018 के बीच खैराबाद इलाके में कुत्तों के हमले में 13 बच्चों समेत 17 लोगों की जान जाने और प्रभावित क्षेत्र का तत्सम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से दौरा किया गया था। इसमें उन्होंने पीड़ितों को आर्थिक मदद और सांत्वना देने के साथ ही कुत्तों की समस्या के स्थाई समाधान के निर्देश दिए थे। हलांकि, उनके निर्देशों पर अमल अब शून्य हैं।
प्रशासन की ओर से बताया जा रहा है कि संख्या कम करने और हिंसक कुत्तों के व्यवहार में परिवर्तन करने के लिए नगर के मुहल्ले बट्सगंज में प्रजनन नियंत्रण केंद्र बनाया जाना है। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। उधर, पशु पालन विभाग के अधिकारियों को तो कुत्तों के हिंसक होने का कारण तक नहीं पता है।
पिछले एक वर्ष में कुत्तों के हमले
-16 जनवरी को मिश्रिख कस्बा में टहल रहे महंत को काटा
-14 जनवरी को परसदा में दो लोगोंं को हमला करके किया घायल
-छह जनवरी को सदरपुर के मुशैदाबाद में तीन बच्चोंं पर किया था हमला
-12 दिसंबर 2024 को खैराबाद कस्बे में कुत्ते ने चार युवकों के काटा
-23 दिसंबर को सिधौली कस्बे में 37 लोगों पर किया हमला
-23 नवंबर को कचनार में दो बुजुर्गों को काटकर किया हमला
नगर के बट्सगंज में कुत्तों के प्रजनन और व्यवहार को नियंत्रित करने के लिए केंद्र बनाया जाना है। इसके लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। मंजूरी मिलते ही क्रियान्वयन होगा। सभी अधिशासी अधिकारी को आबादी से दूर फीडिंग जोन के लिए स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। - अभिषेक आनंद, जिलाधिकारी
हमने कुछ महीने पहले ही जिले में ज्वाइन किया है। पिछली घटनाओं की जानकारी नहीं है। स्थितियों का आंकलन करने के बाद ही कुछ कहा सकता है। - डॉ. एमपी सिंह चंदेल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।