अगले साल पूरा होगा रोजा सीतापुर रेल लाइन दोहरीकरण
रोजा और सीतापुर के बीच रेल लाइन दोहरीकरण पूरा होने
सीतापुर : रोजा और सीतापुर के बीच रेल लाइन दोहरीकरण पूरा होने के बाद सीतापुर सिटी स्टेशन की किस्मत भी चमक जाएगी। इस स्टेशन पर भी यात्री सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। अभी इस स्टेशन पर यात्रियों के हिसाब से ही सुविधाएं उपलब्ध हैं। गुरुवार को सीतापुर के दौरे पर आए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान आगे की योजनाओं के बारे में बताया।
महाप्रबंधक ने बताया कि रोजा और सीतापुर के बीच रेल लाइन दोहरीकरण का काम चल रहा है। यह कार्य अगले वर्ष पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद इस रूट पर ट्रेनें भी बढ़ जाएंगी। यही नहीं, ट्रेनें बढ़ेंगी तो उत्तर रेलवे में आने वाले सीतापुर सिटी स्टेशन पर यात्रियों का आवागमन भी बढ़ेगा, जिससे यहां पर भी सुविधाएं बढ़ेंगी। अभी इस स्टेशन पर करीब एक हजार यात्रियों का ही आवागमन प्रतिदिन होता है। अनारक्षित ट्रेनों के संचालन पर भी उन्होंने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे कोरोना का प्रकोप कम होता जाएगा और संचालन के लिए क्लियरेंस मिलता जाएगा वैसे-वैसे ट्रेनें भी बढ़ती जाएंगी। अभी अनारक्षित ट्रेनों का संचालन नहीं हो रहा है। नैमिषारण्य के बारे में प्रस्ताव आए तो करें विचार
महाप्रबंधक ने नैमिषारण्य के लिए एक्सप्रेस ट्रेन न होने के बारे में बताया कि उनके पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। अगर इस बारे में कोई प्रस्ताव आएगा तो विचार अवश्य किया जाएगा। यही नहीं, महाप्रबंधक ने इस बारे में तत्काल अपने अधिकारियों से भी पूछताछ की, जिस पर यह जानकारी दी गई कि उस सेक्शन में सिर्फ पैसेंजर ट्रेनों का ही संचालन होता रहा है। उचौलिया, जेबीगंज समेत तीन स्टेशन इसी महीने होंगे चालू सीतापुर : महाप्रबंधक उत्तर रेलवे आशुतोष गंगल ने गुरुवार को रोजा सीतापुर रेल लाइन दोहरीकरण का मुआयना किया। नार्दन रेलवे के महाप्रबंधक ने निरीक्षण यान से सीतापुर से रौजा रेलवे ट्रैक का मुआयना किया। उन्होंने निर्माण इकाई के अधिकारियों को इसी महीने फरवरी के अंत तक उचौलिया, जंगबहादुरगंज और बरतारा रेलवे स्टेशन को चालू कराने का लक्ष्य दिया है। मार्च में जहानीखेड़ा और मैगलगंज रेल स्टेशनों को चालू कराने का लक्ष्य दिया है। महाप्रबंधक के साथ ही डीआरएम मुरादाबाद मंडल तरुण प्रकाश, प्रमुख अभियंता सीपी गुप्ता, चीफ इंजीनियर आरपी सिंह समेत कई उच्च अधिकारी भी मौजूद रहे। नैमिषारण्य ट्रैक पर चल सकती हैं ट्रेनें
रेल पथ अधिकारियों का कहना है कि यदि पब्लिक डिमांड हो तो नैमिषारण्य होकर एक्सप्रेस या सुपर फॉस्ट ट्रेनें चल सकती हैं। वैसे अभी तक बालामऊ से सीतापुर तक करीब 60 किमी में पैसेंजर ट्रेनें चल रही थीं, जो बंद हैं। नैमिषारण्य होकर रेलवे ट्रैक से बालामऊ, कानपुर, सीतापुर होकर बुढ़वल तक 260 किमी दूरी है, इस ट्रैक पर एक्सप्रेस ट्रेन आसानी से संचालित हो सकती है, बशर्ते जन प्रतिनिधियों की तरफ से मांग हो।