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    बेटे ने फावड़े से ताबड़तोड़ प्रहार कर मां का कत्ल किया

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 30 Jul 2021 11:19 PM (IST)

    बेटे ने गुरुवार रात सो रही मां पर फावड़े से ताबड़तोड़ कई

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    बेटे ने फावड़े से ताबड़तोड़ प्रहार कर मां का कत्ल किया

    सीतापुर : बेटे ने गुरुवार रात सो रही मां पर फावड़े से ताबड़तोड़ कई प्रहार कर हत्या कर दी। महिला का सिर और हाथ धड़ से अलग हो गया। घटना और भाई के रौद्र रूप को देख के बेटियां रोने लगीं। पड़ोस से चाचा को बुला लाईं। चाचा मनोज ने पुलिस को खबर की। इस बीच हमलावर भागा नहीं, वहीं खड़ा रहा। शोर-शराबा सुनकर गांव के लोग भी आ गए थे।

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    वाकया ताहपुर का है। रात के 11.30 बजे तुलसीराम के घर कोहराम मचा था। घटना की प्रत्यक्षदर्शी बेटियों सहेली व विनीता ने बताया, वे मां के पास सो रहीं थीं। बड़ा भाई राम भारत उर्फ भउवा अचानक आकर उनकी मां शीला पर फावड़े से प्रहार करने लगा। आवाज सुनकर उनकी आंख खुल गई। देखा, भाई भउवा मां पर फावड़े से प्रहार कर रहा है। 14 साल की सहेली व इससे छोटी विनीता ने बताया, भाई भउवा 27 साल का है। अविवाहित है। इसके वार से उसकी मां के धड़ से गर्दन और हाथ अलग हो गया। एक हाथ भी धड़ से अलग हो गया। दूसरे हाथ की हड्डियां बाहर निकल आईं हैं। बेटियों ने बताया, उसके भाई भउवा की पिछले एक साल से मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। घटनास्थल पर रात 12.30 बजे के दौरान सीओ राजू कुमार साव, कोतवाली प्रभारी मनीष कुमार सिंह पहुंचे थे। सहेली ने भाई नामजद कर मां की हत्या के आरोप में तहरीर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित राम भारत उर्फ भउवा को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। लखनऊ में ईट भट्ठे पर मजदूरी करता है पूरा परिवार

    तुलसीराम के परिवार में आठ बच्चे हैं। इसमें छह बेटियां हैं। राजेश्वरी व पूनम का विवाह हो चुका है। रामदुलारी, सहेली, विनीता व रूपा अविवाहित हैं। दो बेटों में भउवा व दूसरा बेटा पुतान 12 साल का है। यह परिवार लखनऊ में रहकर ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता है। राम भारत उर्फ भउवा भी भट्ठे पर ही काम करता था। भउवा की तबियत खराब थी, सोमवार को आई थी मां

    घटना की प्रत्यक्षदर्शी सहेली ने बताया, वह और विनीता भाई राम भारत उर्फ भउवा ताहपुर में घर पर रह रहे थे। भउवा की तबियत खराब थी तो मां शीला को खबर की थी। मां सोमवार को लखनऊ से आई थी, जबकि पिता तुलसीराम अन्य भाई-बहन रामदुलारी, रूपा व पुतान लखनऊ में थे।