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    सिद्धार्थनगर में तहसीलदार की मां ने भी दी तहरीर, बहू पर लगाया मारपीट का आरोप

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 02:43 PM (IST)

    सिद्धार्थनगर में तहसीलदार देवेंद्र मणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी बबिता त्रिपाठी का विवाद गहरा गया है। पहले पत्नी ने मारपीट का आरोप लगाया अब तहसीलदार की माँ ने बहू पर हमला करने का आरोप लगाया है। राजकुमारी देवी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। बबिता ने पति पर दूसरी शादी करने और भरण-पोषण बंद करने का आरोप लगाया है।

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। सदर तहसीलदार देवेंद्र मणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी बबिता त्रिपाठी के बीच चल रहा पारिवारिक विवाद अब और गहराता जा रहा है। पहले तहसीलदार की पत्नी ने तहसीलदार पर अपने लोगों से पिटवाने का आरोप लगाया था। अब तहसीलदार की मां राजकुमारी बहू बबिता पर मारपीट, गाली-गलौज और उत्पीड़न का आरोप लगा रही हैं। उन्होंने इस संबंध में सदर थाने में तहरीर भी दी है।

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    तहसीलदार की मां राजकुमारी देवी ने कहा कि मंगलवार शाम को वह तहसीलदार आवास पर अकेली थीं, तभी उनकी बहू कुछ लोगों के साथ आवास पर पहुंचीं और उन पर हमला कर दिया। राजकुमारी ने बताया कि बहू ने उनके बाल पकड़कर घसीटा, गालियां दीं और धमकाया।

    उन्होंने कहा कि उनकी बहू से उनके बेटे का विवाद लंबे समय से चल रहा है और तलाक का मुकदमा अदालत में विचाराधीन है। यह विवाद मंगलवार शाम तब शुरू हुआ जब बबिता त्रिपाठी अपने बेटे हर्षित और एक परिचित महिला के साथ तहसीलदार आवास पहुंचीं।

    बबिता का कहना है कि वह अपने पति से भरण-पोषण और पारिवारिक मामलों पर बातचीत करने गई थीं, लेकिन वहां उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उनका आरोप है कि तहसीलदार ने उनसे सीधे नहीं, बल्कि अपने लोगों से हमला करवाया, उनकी मुंहबोली बहन को पीटा गया और उनकी कार का शीशा तोड़ दिया गया।

    बबिता ने बताया कि 2016 में उनकी शादी हुई थी, परंतु नौकरी लगने के बाद से ही पति का व्यवहार बदल गया। 2024 में उन्हें घर से निकाल दिया गया और पिछले दो वर्षों से भरण-पोषण का खर्च भी बंद कर दिया गया। उन्होंने दावा किया कि तहसीलदार ने दूसरी शादी कर ली है और इसी कारण उन्हें व बच्चों को आर्थिक मदद से वंचित रखा गया है।

    बबिता का कहना है कि उन्होंने पहले भी इस संबंध में पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वह अपने बच्चों के साथ आत्मदाह करने को विवश होंगी।

    इन आरोपों पर तहसीलदार देवेंद्र मणि त्रिपाठी का कहना है कि उनकी पत्नी दोपहर में आवास पर आई थीं और लौट गईं। शाम को सूचना मिली कि वह फिर घर आई हैं और उनकी मां को मारा पीटा है। उन्होंने दूसरी शादी के आरोप को पूरी तरह निराधार बताया।

    तहसीलदार का कहना है कि जिन महिला के साथ उनका नाम जोड़ा जा रहा है, उन्हें उनकी पत्नी ने ही मां की देखभाल के लिए घर पर रखवाया था। उन्होंने कहा कि वह पत्नी को भरण-पोषण के लिए प्रतिमाह धनराशि भेजते हैं। उसके बावजूद वह विवाद कर रही हैं। इधर, राजकुमारी की तहरीर के बाद मामला और पेचीदा हो गया है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

    प्रभारी निरीक्षक सदर दुर्गा प्रसाद ने बताया कि दोनों पक्षों से तहरीरें प्राप्त हो चुकी हैं और पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि साक्ष्य और बयान दर्ज किए जा रहे हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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    इस पूरे घटनाक्रम से तहसील परिसर और प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का माहौल है। लोग इस विवाद को एक पारिवारिक मामले से अधिक अब प्रशासनिक गरिमा से जुड़ा विषय मान रहे हैं। सभी की नजरें अब पुलिस जांच पर टिकी हैं।

    यह पारिवारिक विवाद है। महिला को न्याय की राहत सिविल अथवा फैमिली कोर्ट से मिल सकती है। यदि दूसरी शादी के आरोप के प्रमाण प्रस्तुत होते हैं, तो विभागीय जांच कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

    -डा.राजा गणपति आर

    जिलाधिकारी