Sidharthnagar News: नशे में हैवान बना पिता, बेटे संग मिलकर बेटी को उतारा मौत के घाट
सिद्धार्थनगर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक कलयुगी पिता ने अपने बेटे के साथ मिलकर अपनी ही बेटी की हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपित पिता ने शामिल बेटे को मौके से भगा दिया और खुद आराम से शव के पास बैठा रहा। पुलिस ने आरोपित पिता को हिरासत में लेकर हत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, औराताल। स्थानीय थाना क्षेत्र के मेंहीहरदो गांव में मंगलवार सुबह करीब सात बजे एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। कलयुगी बाप ने बेटे संग मिलकर अपने ही बेटी की हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपित पिता ने शामिल बेटे को मौके से भगा दिया और खुद आराम से शव के पास बैठा रहा। पुलिस आरोपित पिता को हिरासत में लेकर हत्या के कारणों को जानने में जुट गई है। मौके पर पहुंचे फोरेंसिक दल ने भी साक्ष्य संकलित किये हैं।
उक्त गांव निवासी सुखराज पुत्र बैठोले अपने बेटे लवकुश उर्फ़ कल्लू तथा मानसिक रूप से विक्षिप्त पत्नी सुभावती के साथ रहता था। जबकि अर्चना उर्फ़ पूजा गौतम 26 वर्ष अपनी छोटी बहन नेहा व भाई अभिषेक संग एक ही घर में दो वर्षों से अलग रहते थे।
मृतका की बहन नेहा ने बताया कि सोमवार रात में उसके पिता सुखराज नशे की हालत में गांव के किसी व्यक्ति को गाली दे रहा था। अर्चना ने रोका तो सुबह देख लेने की धमकी देने लगा। रात में अर्चना बहन व भाई को लेकर छत पर सो गई।
सुबह उठकर बर्तन धुल रही थी कि अचानक पिता व नशे में धुत्त लवकुश अर्चना को कमरे में पहुंचे और खींचकर मारने लगे। सिर पर इतना खून सवार था कि मसाला पीसने वाले सिल के बट्टे, हथौड़ी से तब तक वार किया जब तक उसकी मौत नहीं हो गयी।
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इसके बाद आरोपित शव को बाहर घसीटते हुए लाए। कहीं जान न बचे इसलिए ईंट से दोबारा सिर पर कई वार किया। पहले तो नेहा व अभिषेक ने बचाने का प्रयास किया जब उनकी न चली तो घटना का वीडियो बनाने लगे। हत्या करने के बाद दोनों ने मोबाइल छीना व लवकुश फरार हो गया। जबकि सुखराज शव के पास बैठा रहा। प्रभारी निरीक्षक रमेश कुमार यादव ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। टीम फरार आरोपित को पकड़ने का प्रयास जारी है।
हत्यारे पिता ने डायल 112 को दी घटना की सूचना
हत्या के मध्य जब लवकुश अर्चना पर ईंट से वार कर रहा तभी एक ईंट सुखराज को भी लग गई। जिससे वह भी खून से लथपथ हो गया। पुलिस को भ्रमित करने के लिए सुखराज ने ही हत्या के बाद 112 को फोन कर बताया की हत्या हो गई। नेहा व अभिषेक पर आरोप मढ़ना चाहा। पर पुलिस की सख्ती के बाद उसने सच उगल दिया।
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