Roadways Electric Buses: वाराणसी, अयोध्या और लखनऊ तक चलेंगी रोडवेज की 'इलेक्ट्रिक' बसें, शासन की मिली हरी झंडी
परिवहन निगम के बेड़े में वातानुकूलित (एसी) इलेक्ट्रिक बसें शामिल होंगी। ये इलेक्ट्रिक बसें गोरखपुर से वाराणसी अयोध्या और लखनऊ तक चलेंगी। इसके अलावा सोनौली देवरिया लार पडरौना और सिद्धार्थनगर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों को भी जोड़ेंगी। गोरखपुर परिक्षेत्र को 20 एसी इलेक्ट्रिक बसें मिल गई हैं। प्रथम चरण में गोरखपुर सहित प्रदेश भर के डिपो को 100 इलेक्ट्रिक बसें आवंटित की गई हैं।

प्रेम नारायण द्विवेदी, जागरण संवाददाता, गोरखपुर। परिवहन निगम के बेड़े में भी वातानुकूलित (एसी) इलेक्ट्रिक बसें शामिल होंगी। इलेक्ट्रिक बसें गोरखपुर से वाराणसी, अयोध्या और लखनऊ तक चलेंगी। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों सोनौली, देवरिया, लार, पडरौना और सिद्धार्थनगर को भी जोड़ेंगी।
गोरखपुर परिक्षेत्र को 12 मीटर लंबी 52 सीटर 20 एसी इलेक्ट्रिक बसें मिल गई हैं। परिवहन निगम के प्रस्ताव पर शासन ने नई एसी इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी प्रदान कर दी है। प्रथम चरण में गोरखपुर सहित प्रदेश भर के डिपो को 100 इलेक्ट्रिक बसें आवंटित की गई हैं। दिसंबर तक यह सभी बसें संबंधित डिपो को उपलब्ध करा दी जाएंगी।
शासन की संस्तुति के बाद परिवहन निगम मुख्यालय गोरखपुर ने इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की तैयारी आरंभ कर दी है। रूट निर्धारित करने के साथ चार्जिंग प्वाइंट बनाने की भी योजना बना ली गई है। राप्तीनगर स्थित गोरखपुर डिपो में चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे।
जानकारों का कहना है कि निर्धारित रूटों पर संचालित करने से पहले इलेक्ट्रिक बसों को गोरखपुर परिक्षेत्र के विभिन्न डिपो से महाकुंभ के लिए चलाया जाएगा। ताकि, प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिल सके। गोरखपुर परिक्षेत्र के बेड़े में कुल 850 बसें शामिल हैं।
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एक बार चार्ज होने पर 225 किमी चलेंगी बसें
इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज होने के बाद 225 किमी चलेंगी। बसों को चार्ज करने के लिए गोरखपुर डिपो के अलावा अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। बसें आधे से एक घंटे में फुल चार्ज होती हैं।
कुंभ मेला के लिए गोरखपुर को मिलेंगी 200 नई बसें
वर्ष 2025 में मकर संक्रांति से प्रयागराज के संगम तट पर लगने वाले महाकुंभ मेला के लिए गोरखपुर परिक्षेत्र को 200 नई बसें मिलेंगी। सुविधा संपन्न यह सभी बसें एक रंग की होगी। दिसंबर 2024 तक यह सभी बसें गोरखपुर परिक्षेत्र को मिल जाएंगी।
नई बसों की खरीद के लिए सरकार ने एक हजार करोड़ रुपये का प्रविधान किया है, जिससे करीब 4000 बसें खरीदी जाएंगी। गोरखपुर परिक्षेत्र सहित 20 डिपो को 200-200 बसें उपलब्ध कराई जाएंगी। इन बसों में वातानुकूलित 40 सीटर टू बाई टू, टू बाई थ्री के अलावा एसी स्लीपर वाल्वो और छोटी साधारण बसें भी शामिल होंगी।
इन बसों को निर्बाध संचालित करने के लिए निगम ने संविदा पर चालकों की भर्ती आरंभ कर दी है। कुंभ मेला से इन बसों के परिचालन की शुरुआत हो जाएगी। महाकुंभ मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गोरखपुर के अलावा सभी डिपो से इन बसों को प्रयागराज के लिए संचालित किया जाएगा।
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महाकुंभ के बाद क्षेत्रीय स्तर पर लंगी दूरी के अलावा लोकल रूटों के प्रस्तावित मार्गों पर बसों का परिचालन आरंभ हो जाएगा। गोरखपुर से काठमांडू के बीच एसी बस सेवा शुरू करने की भी योजना है। गोरखपुर परिक्षेत्र के लोगों को सुविधा तो मिलेगी ही, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
परिवहन निगम क्षेत्रीय प्रबंधक लव कुमार सिंह ने कहा कि गोरखपुर को 20 एसी इलेक्ट्रिक बसें मिली हैं। इसके अलावा महाकुंभ के लिए भी 200 बसें उपलब्ध होंगी। निगम के बेड़े में एसी इलेक्ट्रिक के अलावा एसी, और साधारण, छोटी- बड़ी बसें शामिल होंगी। महाकुंभ से पहले गोरखपुर परिक्षेत्र को बसें मिल जाएंगी। श्रद्धालुओं के अलावा पर्यटकों और क्षेत्रीय लोगों की बस यात्रा सुगम होगी।
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