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    चोरों के शोर के बीच टॉर्च बिक्री की बढ़ी डिमांड, कई दुकानों में खत्म हो गया स्टॉक

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 04:27 PM (IST)

    श्रावस्ती में चोरों के आतंक से लोगों की नींद उड़ गई है। ग्रामीण लाठी-डंडे और टार्च लेकर पहरेदारी कर रहे हैं। टार्च की मांग में भारी वृद्धि हुई है खासकर तेज रोशनी वाली टार्च की। इससे दुकानदारों का स्टॉक कम हो गया है। फेरी व्यवसाय पर संकट आ गया है क्योंकि बाहरी लोगों को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है।

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    चोरों के शोर के बीच टार्च बिक्री में उछाल। जागरण फोटो

    संवाद सूत्र, इकौना (श्रावस्ती)। शहर हो या गांव इन दिनों चोरों के शोर ने लोगों की नींद उड़ा दी है। ग्रामीण शाम होते ही लाठी-डंडा व टॉर्च लेकर पहरेदारी में जुट जाते हैं। मोबाइल युग में भुला दी गई टार्च अब सुरक्षा की पहली जरूरत बन गई है। इससे टॉर्च व्यापार में अचानक उछाल आ गया है। गांवों में हर बाहरी को शक की नजर से देखा जा रहा है।

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    इससे फेरी व्यवसाय पर संकट छा गया है। चोरी की बढ़ी घटनाओं से पैदा हुए डर के कारण सामाजिकता संदेह में बदल रही है।  आमतौर पर पितृपक्ष में अन्य व्यापार ठंडा पड़ा है, लेकिन चोरों के शोर के कारण सुरक्षा के मद्देनजर टॉर्च की मांग अचानक बढ़ रही है।

    छोटी टार्च से ज्यादा बड़ी और तेज रोशनी वाली टॉर्च की मांग है। इससे दुकानदारों का स्टॉक जवाब देने लगा है। इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी मनोज कसौधन ने बताया कि पिछले दस दिनों में टॉर्च बिक्री इतनी तेजी से बढ़ी है कि माल की किल्लत हो गई है। अग्रिम भुगतान पर भी माल नहीं मिल रहा है।

    सबसे ज्यादा ढाई-तीन सौ रुपये से पांच सौ रुपये वाली टॉर्च की मांग बढ़ी है। इसके रोशनी की रेंज तीन सौ से पांच सौ मीटर है। अचानक बढ़े व्यापार ने जहां एक ओर दुकानदारों के चेहरों पर रौनक ला दी है।

    वहीं, दूसरी ओर फेरी व्यवसायियों के लिए यह समय कठिन साबित हो रहा है। घरेलू सामान बेचने वाले बाहरी फेरीवालों को गांवों में मुश्किल से प्रवेश करने दिया जा रहा है। देर रात रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों को भी गांव वालों की पूछताछ का सामना करना पड़ रहा है।

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