Updated: Sat, 27 Sep 2025 04:07 PM (IST)
श्रावस्ती के मल्हीपुर सीएचसी में बिजली न होने पर टार्च की रोशनी में घायल महिला का इलाज किया गया जिसका वीडियो वायरल हो गया। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सीएचसी अधीक्षक को हटा दिया और दोषी चिकित्साधिकारी का वेतन रोकने का आदेश दिया है। जनरेटर न चलाने वाले कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त संसाधन हैं।
जागरण संवाददाता, श्रावस्ती। जमुनहा ब्लाक क्षेत्र स्थित मल्हीपुर सीएचसी में टार्च की रोशनी में घायल महिला का इलाज करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इसे संज्ञान में लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सीएचसी अधीक्षक को हटाते हुए दोषी चिकित्साधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।
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जनरेटर न चलाने के उत्तरदायी कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए तीन दिन के अंदर रिपोर्ट तलब की है। हरदत्तनगर गिरंट क्षेत्र के उल्लहवा गांव की राजवंती अपने देवर परशुराम के साथ 25 सितंबर की देर शाम बाइक से कहीं जा रही थीं।
मल्हीपुर क्षेत्र के शिकारी गांव के पास उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त होकर सड़क पर गिर गई थी। देवर-भाभी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस से उन्हें मल्हीपुर सीएचसी पहुंचाया। यहां बिजली व्यवस्था न होने से स्वास्थ्य कर्मियों ने टार्च की रोशनी में घायल महिला का उपचार किया था।
किसी ने इसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। इसे संज्ञान लेते हुए उपमुख्यमंत्री ने सीएचसी अधीक्षक डा. ठाकुर दास को तत्काल प्रभाव से हटाने तथा दोषी चिकित्साधिकारी व कर्मचारी का अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।
उपमुख्यमंत्री ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा है कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। विभाग व सरकार की छवि धूमिल करने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
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